शाहगंज, जौनपुर। विजयदशमी के दिन जहां रावण दहन की गूंज रही, वहीं नगर से लेकर गांव तक मां दुर्गा के पंडालों में आस्था और श्रद्धा की भीड़ देर रात तक उमड़ती रही। आकर्षक पंडालों और अद्भुत सजावट ने श्रद्धालुओं को न सिर्फ भक्तिभाव में सराबोर किया, बल्कि सामाजिक संदेश भी दिया।
आस्था संग जागरूकता का संगम
नगर के कई प्रमुख पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ रही। कहीं पाताल लोक का दृश्य दिखाकर भगवान शंकर और माता रानी के दर्शन कराये गये तो कहीं नरक लोक का चित्रण कर समाज को गहरे संदेश दिए गए। नरक लोक पंडाल के निर्माताओं ने बताया कि इसका उद्देश्य निर्भया जैसी घटनाओं से सबक लेना है। बच्चियों के साथ होने वाली हैवानियत को दर्शाते हुए उन्होंने माता–बहनों को जागरूक करने का संदेश दिया।
पाताल लोक में भोलेनाथ के दर्शन
पाताल लोक पंडाल में श्रद्धालु माता रानी के साथ भोले बाबा के दर्शन कर अभिभूत हो उठे। आयोजकों ने कहा कि उनका मकसद भक्तों को यह संदेश देना है कि जहां शक्ति है, वहीं शिव का आशीर्वाद भी है।
भक्ति में डूबा नगर
जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय दिखाई दिया। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी पंडालों में दर्शन कर नवरात्रि और विजयदशमी के पर्व को अविस्मरणीय बना रहे। कई पंडालों में माता रानी को आकर्षक ढंग से सजाकर सामाजिक कुरीतियों पर चोट करने वाले संदेश प्रस्तुत किये गये।