- सुइथाकला ब्लॉक के एसडीओ विद्युत व जल जीवन मिशन के अधिकारी रहे नदारद, दिया प्रतिकूल प्रविष्टि
फहद खान
शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय तहसील सभागार में सोमवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर पहुंचे जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र के समक्ष फरियादियों ने अपनी समस्याओं के बाबत प्रार्थना पत्र देकर निस्तारण की मांग की। अधिकतर मामले जमीनी विवाद के रहे, जिसपर डीएम ने मातहतों को सख्ती से देखने के निर्देश दिया। समाधान दिवस पर जनहित से जुड़े मुद्दे भी छाए रहे। फरियादियों द्वारा कुल 116 प्रार्थना पत्र दिए गए, जिनमें 16 का मौके पर निस्तारण हो सका।
नई आबादी निवासी अधिवक्ता मो. शारिक खान ने जिलाधिकारी को पत्र देकर लखनऊ-बलिया राज्यमार्ग स्थित नगर के जेसीज चौक से सुल्तानपुर बाईपास दादर पुल तक सड़क की दुर्दशा से अवगत कराते हुए समस्या के निदान की मांग की। रुधौली गांव निवासी अखिल कुमार गुप्ता ने सरपतहा थाना जाने वाले जर्जर और जलमग्न मार्ग को सही कराने की अपील की।
वहीं सुइथाकला ब्लाक अंतर्गत डेहरी से पहुंचे सर्वदानंद उपाध्याय, बाबूराम, राम तीरथ, अशोक कुमार, इसरार अहमद, नंदलाल गौतम, रितेश यादव समेत दर्जनों ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति की गम्भीर समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि मई 2024 से डेहरी फीडर पर बिजली की आपूर्ति बेपटरी है। कटौती व लो-वोल्टेज की शिकायत पर जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीणों को कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हें टरका देते हैं।
विद्युत विभाग के एसडीओ को समस्या जानने के लिए जब डीएम ने तलब करना चाहा तो वह अनुपस्थिति पाए गए, जिसपर डीएम ने नारागी जताई। अधिकारी के न रहने पर डीएम मातहतों को अपने कर्तव्य का पाठ पढ़ा ही रहे थे, इस दौरान लगातार तीन बार बिजली की आवाजाही से वह एसडीओ शाहगंज पर बरस पड़े, एसडीओ ने रोस्टिंग के समय का हवाला दिया। जिसपर जिलाधिकारी ने तहसील और थाने पर आयोजित होने वाले समाधान दिवसों पर किसी भी दशा में बिजली नही काटने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि जमीन से जुड़े मामलों की संख्या अधिक है। पत्थर गड्डी के बाद एक पक्ष के संतुष्ट न होने और जिम्मेदारों के ध्यान न देने पर विवाद मेरे पास तक आता है, इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक दीपेंद्र सिंह को डग्गामार वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इस मौके पर एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. लक्ष्मी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खड़िया, क्षेत्राधिकारी अजित सिंह चौहान, तहसीलदार आशीष सिंह, चिकित्साधीक्षक डा. रफीक फारूकी, अधिशासी अधिकारी प्रदीप गिरी समेत विभागीय अधिकारी, राजस्व निरीक्षक व राजस्वकर्मी रहे।