शुभांशू जायसवाल
जौनपुर। तीर्थराज प्रयागराज से पधारीं कथा वाचिका पूज्या निकेता त्रिपाठी ने कथा के पंचम दिवस में भगवान श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं की कथा सुनाई। सर्वप्रथम भगवान श्रीकृष्ण किस प्रकार पूतना का उद्धार करते हैं, उसके बाद किस प्रकार से कालिया नाग का मर्दन करते हैं, उसके बाद झांकी के माध्यम से सुंदर माखन लीला भी दिखाई गई जिसे देख भक्त आनंदित हो गये। उसके बाद दीदी ने भक्तों को गोवर्धन पूजा की कथा सुनाई।
साथ ही बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने गिरिराज जी को 7 दिन तक अपने अंगुली में धारण किए थे और यशोदा मैया उन्हें दिन में 8 बार भोजन कराती थी, इसीलिए कान्हा जी को 56 भोग लगाए जाते हैं।
कथा संचालक कर रहे नितिन त्रिपाठी ने बताया कि रोज कथा श्रवण करने वाले भक्तों की संख्या बढ़ रही है। कथा यजमान अश्वनी सिंह द्वारा यह आयोजन कराया जा रहा है जो इस समय पूरे जौनपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है। भक्तों का कहना है कि पूज्या दीदी जी सरस वाणी से कथा सुनकर ऐसा लगता है। बस कथा सुनते रहे, मन भाव विभोर हो जाता है। इस अवसर पर अश्वनी सिंह, उनकी पत्नी समेत सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।
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