- छात्राओं ने प्रस्तुत किया राष्ट्रीय गीत, प्राचार्य ने बतायी गीत की ऐतिहासिक महत्ता
जौनपुर। तिलकधारी विधि महाविद्यालय पीली कोठी में शनिवार को “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष आयोजन हुआ। भारत माता की स्तुति में रचित यह राष्ट्रीय गीत बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा संस्कृत और बांग्ला मिश्रित भाषा में लगभग वर्ष 1875 में लिखा गया था जिसने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभक्ति का स्वर बनकर जन-जन को प्रेरित किया।
कार्यक्रम में विधि महाविद्यालय की छात्राओं रिमझिम सिंह, सिया सिंह, ऑचल कुमारी और श्रद्धा भारती ने वंदे मातरम् गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राजेश सिंह ने वंदे मातरम् गीत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और राष्ट्रीय महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. संतोष सिंह, प्रो. यशवंत सिंह, डॉ. रमेश चंद्र यादव (प्रोक्टर), डॉ. शैलेन्द्र यादव, डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह, अरविन्द सिंह, अर्चना सिंह, अंजली मिश्रा, डॉ. रतन चंद्र मौर्य, ओम प्रकाश पाण्डेय, देवराजन सिंह, सुनील सिंह, सुरेश मौर्य, यशवंत यादव, रियाज़ अहमद, शमशेर, सलमान सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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