डा. प्रदीप दूबे
सुइथाकला, जौनपुर। विगत शुक्रवार को लखनऊ के गोमतीनगर के खरगा इलाके में संदिग्धावस्था में फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले क्षेत्र के मुस्तकाबाद निवासी युवक का शव पोस्टमार्टम बाद शनिवार देर रात गांव लाया गया। युवक का शव गांव आते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव निवासी वीरेंद्र कुमार यादव 30पुत्र स्व.कमलेश यादव विगत आठ नौ वर्षों से लखनऊ स्थित खरगापुर इलाके में किराए के कमरे में रहता था। शुक्रवार को संदिग्धावस्था में उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक अपने माता-पिता के तीन संतानों में अपने परिवार का इकलौता चिराग था। माता पिता की भी मौत हो चुकी है। उसके अलावा दो बहनें थी, जिसमें बड़ी बहन मनीषा की शादी हो चुकी थी, वहीं दूसरी बहन निशा के हाथ पीले करने थे।
साल भर पहले हुई पिता की मौत के बाद से छोटी बहन भी मृतक के साथ ही रह रही थी,जबकि मां की मौत सात आठ साल पहले हो चुकी है। चर्चाओं की मानें तो मृतक खुदको कस्टम अधिकारी बताकर लगभग तीन सालों से एक युवती के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रहा था।
इस दौरान लोगों से लेन देन की भी चर्चा सुर्खियों में है। बहरहाल खुदकुशी करने के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हो सका और न ही इस बाबत कहीं से कोई कानूनी कार्रवाई प्रकाश में आई है, फिर भी मामले को लेकर लोगों के बीच तमाम तरह की चर्चाएं जोरों पर है। परिजनों द्वारा शनिवार शाम को हीं उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।