राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। शनिवार की देर शाम खेतासराय रेलवे स्टेशन के आउटर सिग्नल के पास तारगहना गांव के समीप एक अधेड़ व्यक्ति की ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत हो गई। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक अपने पीछे पत्नी और सात बच्चों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गया है, जिससे परिवार में कोहराम मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान राधेश्याम बिन्द निवासी चकशाहग्यास मनेछा के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि शनिवार की सुबह राधेश्याम का घर में किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो गई थी, जिसके बाद वह नाराज होकर घर से निकल गए थे। बाद में परिजनों ने जब उन्हें खोजना शुरू किया तो राधेश्याम अयोध्या-वाराणसी राजमार्ग पर मनेछा मोड़ के पास एक चाय की दुकान पर बैठे मिले। चूंकि वह अक्सर नाराज होकर घर से निकल जाया करते थे, इसलिए परिवार वाले उन्हें वहीं छोड़कर वापस घर आ गए।
रात्रि में परिजनों को सूचना मिली कि कोई व्यक्ति ट्रेन से कट गया है। अनहोनी की आशंका से परिजन खोजबीन करते हुए खेतासराय थाने पहुंचे। थाने पर राधेश्याम की 20 वर्षीय पुत्री निशा बिन्द ने शव की पहचान अपने पिता के रूप में की। पहचान स्पष्ट होने के बाद पुलिस ने शव को अंत: परीक्षण के लिए मर्चरी हाउस भेज दिया। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
मृतक राधेश्याम बिन्द अपने पीछे पत्नी निर्मला और सात बच्चों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी तीन बड़ी पुत्रियों की शादी हो चुकी है, जबकि बेटी निशा (20 वर्ष), आशा (17 वर्ष), ऊषा (15 वर्ष) और बेटा दीपक (12 वर्ष) अभी अविवाहित हैं। परिवार के मुखिया की अचानक मौत से पत्नी निर्मला का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और अब पूरे परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। क्योंकि ऑटो रिक्शा चला कर परिवार का भरण पोषण करता था।
रविवार की देर शाम राधेश्याम के शव का पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुँचा तो परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। आखिरकार घर एक इकलौता कमाने वाले राधेश्याम का परिजन किसके सहारे जियेगा। उन बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। उनका अंतिम संस्कार जौनपुर में कर दिया गया। वही राधेश्याम की मौत के इस ह्रदयविदारक घटना से सभी ग्रामीण स्तब्ध है, और पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।