अजय पाण्डेय
जौनपुर। श्री रामलीला एवं भरत मिलाप समिति सिपाह द्वारा सिपाह-मानिक चौक का ऐतिहासिक दशहरा व भरत मिलाप लगातार बूंदाबांदी के बावजूद भी टोल, नगाड़ा व गाजे-बाजे के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की प्रतिमा पर अतिथि प्रकाश चन्द्र सेठ, डा. अशोक अस्थाना व मनीष श्रीवास्तव ने माल्यार्पण करते हुये दीप प्रज्वलित करके किया।
समिति द्वारा लगातार बारिश के बूंदों के बीच सिपाह पड़ाव पर भगवान श्रीराम की वानरी सेना व लंकापति श्री रावण के सेना के बीच युद्ध हुआ। युद्ध के दौरान लंकापति रावण मारा गया। तत्पश्चात भगवान श्रीराम द्वारा रावण के विशालकाय पुतले का दहन किया गया। बारिश के बूंदाबांदी के बीच रावण का पुतला शानदार ढंग से दहन हुआ। चारों तरफ प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।
तत्पश्चात भरत मिलाप का कार्यक्रम सिपाह चौराहे पर हुआ जहां भगवान श्रीराम, लखन लाल और पवन पुत्र हनुमान जी ढोल-नगाड़ा के साथ आये और अपने भाई भरत और शत्रुघन से मिलन किये। इस ऐतिहासिक भरत मिलाप को देखकर लोगों की आँखें नम होगी और चारों तरफ जयकारों से गूंज उठी। तत्पश्चात भगवान श्रीराम चारों भाइयों, माता सीता व हनुमान जी के साथ अपने दरबार पर विराजित हुये। तत्पश्चात भगवान श्रीराम, माता सीता चारों भाइयों के साथ पवनपुत्र हनुमान जी की आरती भरत मिलाप कार्यक्रम के संयोजक/पूर्व सभासद मनीष श्रीवास्तव, मनीष बच्चा व अतिथियों के साथ समिति के सदस्य ने किया। तत्पश्चात भरत मिलाप कार्यक्रम में मौजूद माताएं, बहनें, बच्चे, बड़े, बुजुर्गों ने भगवान का दर्शन-पूजन किया।
इस अवसर पर मनीष श्रीवास्तव, गौतम गुप्त, शिवा श्रीवास्तव, बादल यादव, सचिन मिश्रा, पियूष मिश्रा, निक्की यादव, एकांश श्रीवास्तव, हर्ष श्रीवास्तव, शिव यादव, नवनीत यादव, कान्हा श्रीवास्तव, गोलू, अनय श्रीवास्तव सहित आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अपूर्व श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव व मनीष श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया।