जौनपुर। जनपद के विकास खण्ड केराकत के ग्रामसभा तरियारी स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय तरियारी आज पूरे क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुशासन का पर्याय बन चुका है। संसाधनों का सही उपयोग, नवाचारपूर्ण अध्यापन-पद्धति और सुदृढ़ अनुशासन के बल पर यह विद्यालय न सिर्फ सरकारी, बल्कि निजी विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा का केंद्र बन गया है।
विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक कुल 304 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। अभिभावकों का यह बढ़ता विश्वास इस बात का प्रमाण है कि यहाँ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बच्चों के सर्वांगीण विकास की गारंटी है। प्रतिदिन प्रार्थना सभा, पी.टी., समाचार वाचन, प्रेरक प्रसंग जैसी गतिविधियाँ बच्चों के आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और व्यवहार-कौशल को नया आयाम देती हैं। निरीक्षण करने आने वाले अधिकारी भी इन नवाचारों की खुलकर सराहना कर चुके हैं।
विद्यालय में अत्याधुनिक ICT लैब की सुविधा उपलब्ध है। शिक्षक बच्चों से आत्मीय संवाद कर इंटरएक्टिव शैली में पढ़ाते हैं जिससे सीखने की प्रक्रिया न केवल सरल बल्कि आनंददायक बन जाती है। परिणामस्वरूप जहाँ अन्य विद्यालयों को दाखिले बढ़ाने के लिए प्रयास करने पड़ते हैं, वहीं तरियारी विद्यालय में बच्चे खुद प्रवेश के लिए उत्सुक रहते हैं।
प्रधानाध्यापक अखिलेश यादव के नेतृत्व में पूरा शिक्षक-समूह एक टीम की तरह कार्य करता है। हर कक्षा में सीखने के लक्ष्यों को स्पष्ट किया जाता है और नियमित गतिविधियों से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाता है। अनुशासन और आत्म-निगरानी की संस्कृति ने विद्यालय को सीखने का सुरक्षित और प्रेरणादायी केंद्र बना दिया है।
निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने विद्यालय की ICT लैब, स्वच्छ वातावरण, अनुशासन और बच्चों की प्रस्तुति की प्रशंसा किया। उन्होंने तरियारी विद्यालय को क्षेत्र का आदर्श मॉडल बताते हुए इसे अन्य विद्यालयों के लिए अनुकरणीय करार दिया।