आशीष मौर्य/राकेश शर्मा
नेवढ़िया, जौनपुर। विकास खण्ड रामनगर के ग्राम गुतवन मेला मैदान में जयगुरुदेव सत्संग समारोह का आयोजन हुआ। मौका था सन्त पंकज जी महाराज के सानिध्य में चल रही 122 दिवसीय जनजागरण यात्रा के 98वें पड़ाव का।
इस मौके पर अपने सम्बोधन में सन्त जी ने कहा कि जब हम लोग इस संसार में पैदा हुये तो न कोई जाति बिरादरी लेकर आये, न कोई कौम, मजहब लेकर आये। सिर्फ नंगे रोते हुये पैदा हुये। बाद में जब बड़े हुये तो मन, बुद्धि और चित्त से जब हमारे अन्दर चेतना आई तब हमारा नाम पड़ गया। संसार की वस्तुएं इक्ट्ठा करने में लग गये लेकिन स्वांसों की पूंजी एक निष्चित समय के लिये मिली है। समय पूरा होते ही यमदूत आयेंगे और इस शरीर से जीवात्मा को निकालकर अलग कर देंगे। उस समय न जमीन जायदाद काम आयेगी और न जाति-बिरादिरी काम आयेगी। ये शरीर आपका गिर जायेगा।
उन्होंने कहा कि जीवात्मा के निकलते ही यह शरीर आपका माटी का पुतला रह जायेगा कोई भी सगा सम्बन्धी अब आपके इस शरीर को 24 घण्टे भी घर में रखने को तैयार नहीं होगा, इसलिये महात्मा आपको समझाते हैं कि समय रहते किसी जीते-जागते संत महात्मा की खोज करके उनसे भजन का रास्ता लेकर 24 घण्टे में से घण्टा दो घण्टा भजन कर लें। यही भजन आपको नर्को, चौरासी की सजाओं से बचायेगा। कलयुग की साधना सुरत शब्द योग द्वारा ही जीवात्मा की संभाल सम्भव है, इसलिये अपने जीवन को सफल बनायें। यह कलियुग है। इसमें सन्तों ने पिछले युगों की साधना पर रोक लगाकर सुरत शब्द (नाम योग) साधना का मार्ग जारी किया जिसे गृहस्थ आश्रम में रहकर किया जा सकता है।
उन्होंने गुरु का स्थान सर्वोपरि बताया। गुरु लोक-परलोक दोनों के साथी हैं इसलिये गुरु पर भरोसा रखकर जो साधना का रास्ता बताया गया है उसे नित्य नियम से करें। उन्होंने गांव-गांव में भजन केन्द्र बनाने और लोगों को शाकाहारी-सदाचारी व मद्यपान रहित बनाने में सहयोग देने की अपील किया। आगामी 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक पांच दिवसीय सत्संग मेला में आगरा-दिल्ली बाईपास मथुरा पधारने का निमन्त्रण दिया। शान्ति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन ने सहयोग किया।
इस अवसर पर ऋषिदेव श्रीवास्तव, अरुण वर्मा, बालेन्द्र मिश्र, लालचन्द पाल, राम सहारे मौर्य, मनोज मौर्य, सुनील मौर्य, सहयोगी संगत बस्ती के राम उजागिर चौधरी, अर्जलाल मास्टर, मेंही लाल चौधरी आदि मौजूद रहे। आायोजन में बृजभूषण सिंह का सहयोग रहा। कार्यक्रम के बाद धर्म यात्रा अगले पड़ाव मई डीह के लिये प्रस्थान कर गई। वहां दोपहर 12 बजे से जवाहर लाल यादव की बाग में सत्संग कार्यक्रम होगा।