- जर्जर भवन में चल रहा राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय
शमीम अहमद
मड़ियाहूं, जौनपुर। स्थानीय नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निष्प्रयोज्य भवन में चल रहे राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय मड़ियाहूं की हालत बेहद खराब है। जर्जर भवन में स्थित अस्पताल में न तो मरीजों को बैठने की जगह है न ही दवाओं को रखने की व्यवस्था है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दवाएं चिकित्सा अधीक्षक के जर्जर कक्ष में जमीन पर रखी गई है। अस्पताल के चारों तरफ पानी लगने से अस्पताल के कमरे में सांप व विषखोपड़ा अपना निवास बना लिए हैं। कर्मचारियों को दवा निकालने में काफी खतरा रहता है। यहां अस्पताल के कमरों में छत से प्लास्टर टूटकर गिर रहा है।
बरसात के समय छत से पानी टपक रहा है जिससे दवाएं व कागज भींग कर खराब हो रहे हैं। अस्पताल पहुंचने के लिए चारों तरफ पानी व कीचड़ के रास्ते मरीजों को पहुंचना पड़ रहा है। ऐसी खतरनाक स्थिति में प्रतिदिन 100 से 150 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मरीज व स्टाफ दोनों भवन की स्थिति देखकर भयभीत रहते हैं। यहां अधीक्षक सहित चार स्टाफ की तैनाती है।
नगर के कवलजीत सिंह गब्बर, डॉ. परमजीत सिंह, राशिद अली, डॉ. अरुण कुमार मिश्रा ने शासन से मांग किया है कि राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल मड़ियाहूं के नाम से जमीन आवंटित करवाकर वहां स्थानांतरित कराया जाए। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अतुल कुमार राय ने बताया कि जर्जर भवन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। भवन जर्जर होने की सूचना कई बार उच्च अधिकारियों को दी जा चुकी है।