फहद खान
शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय तहसील में उस समय माहौल गरमा गया जब प्रशिक्षण के दौरान रोजगार सेवकों के साथ नायब तहसीलदार पर बदसलूकी का आरोप लगा। घटना शनिवार दोपहर की बताई जा रही है।
आरोप है कि ब्लॉक क्षेत्र के रोजगार सेवक दोपहर लगभग 12 बजे तहसील मुख्यालय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद महिला एवं पुरुष रोजगार सेवकों का रजिस्ट्रेशन कॉम्प्यूटर ऑपरेटर द्वारा कराया जा रहा था। तभी मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार पियूष सिंह ने कथित तौर पर रोजगार सेवकों से अभद्र व्यवहार करना शुरु कर दिया।आरोप है कि नायब तहसीलदार ने रोजगार सेवक बृजेश को अपमानित किया, जिसके बाद वह घबराकर कक्ष से बाहर भागा। यह देख अन्य रोजगार सेवक भड़क उठे और तत्काल प्रशिक्षण कक्ष से बाहर निकल आए।
रोजगार सेवकों ने नायब तहसीलदार के तानाशाही रवैये का विरोध करते हुए कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया। इसके बाद समस्त रोजगार सेवक संघ के बैनर तले तहसील परिसर में जोरदार नारेबाजी की और क्रॉप सर्वे कार्य का बहिष्कार करने की घोषणा की। उनका कहना था कि जब तक अधिकारियों का रवैया बदलता नहीं और दोषी नायब तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे किसी भी प्रकार का सरकारी कार्य नहीं करेंगे।
रोजगार सेवक संघ के अध्यक्ष निशानाथ यादव कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब अधिकारियों द्वारा रोजगार सेवकों को अपमानित किया गया हो। नायब तहसीलदार की तानाशाही के खिलाफ अब निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। यदि प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। मामले में प्रशासनिक स्तर पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से आगामी दिनों में सरकारी योजनाओं, विशेषकर क्रॉप सर्वे कार्य प्रभावित होने की प्रबल संभावना से इंकार नही किया जा सकता।