बिपिन सैनी/विकास यादव
बक्शा, जौनपुर। रामजानकी मन्दिर लेदुका बाजार के प्रांगण में आयोजित श्री मद्भभागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं रामकथा के तीसरे दिन वाराणसी से पधारे कथा वाचक मानस कोविद डा. मदन मोहन मिश्र ने कथा प्रवचन के दौरान बताया कि हम अपने बच्चों को कार दे या न दें लेकिन संस्कार जरूर दें, क्योंकि कार से व्यक्ति बड़ा आदमी बनता है तो संस्कार से भला आदमी बनता है।
सुनीति के उपदेश से पिता की गोद से उतारे ध्रुव को परमपिता परमात्मा से मिला दिया। भगवान का नाम हमारे सभी पापों को समाप्त कर देता है। सती ने शंकर जी की बात नहीं माना जिस कारण जल करके मर जाना पड़ा। अनुसुइया ने अपने पति अत्रि की सेवा करके ब्रम्हा विष्णु महेश को लालना बनाकर पालना में झुला दिया।
कलयुग में भगवान का नाम ही जीवन का सार है। वाराणसी से पधारी मानस कोकिला डा सुधा पाण्डेय ने शिव पार्वती विवाह प्रसंग की चर्चा करके लोगों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।