जौनपुर। विश्व हिन्दू परिषद् व बजरंग दल ने केरारवीर बाबा मन्दिर निकट सद्भावना पुल के पास पूरे जोश के साथ अखण्ड भारत दिवस धूमधाम से मनाया। भारत को एक अखण्ड साम्राज्य बनने हेतु विभिन्न आयामों से आये सनातनी हिंदुओं के साथ विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुरेंद्र सिंह पूर्व विधायक व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य ने 1947 में भारत के विभाजन की विभीषिका विषय पर कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ लेकिन इसके पूर्व 3 जून 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन एवं जिन्ना ने भारत पाकिस्तान बंटवारे का खाका खींच दिया था, उस दौरान भारत को धर्म के आधार पर दो हिस्सों में बांट दिया गया। यह दुनिया की ऐसी त्रासदी थी जिसमें लाखों लोगों की जान गई और करोड़ों लोग विस्थापित हो गए। उन्होंने कहा कि उस वक्त अल्प संख्यक मुस्लिम समाज के बड़े गुट ने स्वयं के लिए अपना देश पाकिस्तान चुन लिया जब कि हिंदूओं के साथ अन्य अल्पसंख्यक भारत में ही रह गये। इस प्रकार हिंदुस्तान को कुल 24 बार विभाजन का सामना करना पड़ा।
विभाग मंत्री समर बहादुर सिंह ने विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस दौरान पाकिस्तान के हिस्से में रहे हिंदुओं की आबादी पर जमकर उत्पात भी हुआ। लोग अपना घर बार छोड़कर एक स्थान से दूसरे जगह भागने लगे थे। इस दौरान कट्टरपंथी विधर्मियों ने जमकर मारकाट मचाई। हजारों बहन बेटियों की इज्जत लूटी गई। उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ। उनका घर बार सब कुछ लूट लिया गया। हद तो तब हो गई जब ट्रेनों में हजारों लोगों की लाशें लादकर भारत पहुंचाई गई। वर्ष 1947 में हुए इस विभाजन को मानव जाति के इतिहास में सबसे विनाशकारी विभाजन में से एक माना गया है।
समकालीन भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद आदि क्रांतिकारियों की जीवन चर्चा पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष विमल सिंह एवं संचालन नगर अध्यक्ष अनिल सोनी ने किया। इस अवसर पर प्रांत मिलन केंद्र प्रमुख आशुतोष जी, प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य उदयराज सिंह, जिला मंत्री सुनील मौर्या, जिला संयोजक गणेश मोदनवाल, जिला उपाध्यक्ष साधू तिवारी, कमलापति तिवारी, जिला कार्यकारिणी आशीष मिश्रा, मनीष सेठ, जिला प्रचार प्रमुख सुनील शर्मा, नगर संयोजक कुबेर कुशवाहा, सह संयोजक विशाल मोदनवाल, विष्णु ठठेरा, विशाल जी सहित तमाम सामाजिक कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित रहे।