- सरैयां में सात दिवसीय भागवत कथा के प्रथम दिवस को अयोध्या से पधारे कथा वाचक को सुनने को उमड़े श्रद्धालु
राजेश पाल
धर्मापुर, जौनपुर। भागवत कथा भगवान के मुंह से स्वयं निकली हुई वह गाथा है जिसके श्रवण मात्र से ही इंसान की सभी प्रकार के दुखों का विनाश हो सकता है तथा दैहिक, दैविक भौतिक सभी पापों से छुटकारा मिल सकता है। उक्त बातें सरैयां गांव में चल रहे सात दिवसीय कथा के प्रथम दिवस कथा सुनने के लिये आये श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए अयोध्या से आये कथा वाचक गायत्री नंदन जी महाराज ने कही।
धर्मापुर ब्लॉक के सरैयां गांव में गायत्री मंदिर के पास चल रहे सात दिवसीय भागवत कथा में कथा सुनाते हुए गायत्री नंदन ने कहा कि भागवत कथा केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि इस्वर के साक्षात दर्शन का माध्यम है। यह भागवत कथा मनुष्य को भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के मार्ग पर अग्रसर करता है।
कथा वाचक ने कहा कि भागवत कथा एक ऐसा अमृत है जिसका जितना भी रसपान किया जाय, तब भी तृप्ति नहीं होती। भागवत कथा के श्रवण से बढ़कर इस संसार मे कोई ज्ञान मोक्ष का सरल साधन नहीं है। कथा सुनने के लिए दूर-दूर से आये श्रद्धालु शामिल हुये। कथा के बाद आरती करके आये श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। मुख्य यजमान वीरेंद्र मिश्र ने अयोध्या से पधारे कथा वाचक को माला पहनाकर अंगवस्त्र देकर उनका आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर डॉ विनीत मोहन मिश्र, अनिल मिश्र, जय नाथतिवारी, उमाशंकर उपाध्याय, सुशील मिश्र, अमित मोहन मिश्र, विजय नारायण तिवारी, दीपचंद शुक्ला सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
.jpg)






