पंकज बिन्द
महराजगंज, जौनपुर। स्थानीय विकास खण्ड की 5 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत हुए सोशल ऑडिट में 1 लाख 6 हजार 520 रुपये की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। विभाग ने संबंधित ग्राम पंचायतों के सचिवों, ग्राम पंचायत तकनीकी सहायकों और ग्राम प्रधानों से इस धनराशि की वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान हुई इस अनियमितता में ग्राम पंचायत आनापुर में 33,120 रुपये, कल्यानपुर में 8,970 रुपये, कोल्हुआ में 31,280 रुपये, ठेंगहा में 24,150 रुपये और उमरीखुर्द में 5,000 रुपये की गड़बड़ी पाई गई है। ऑडिट के दौरान कई स्थलों पर काम होने के बाद भी साइन बोर्ड नहीं लगाए गए थे जबकि कुछ कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए। इन आंकड़ों ने मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं को उजागर किया है।
शासन स्तर से ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत का सोशल ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। यह एक नियमित प्रक्रिया है जिसमें मनरेगा के साथ आवासीय योजनाओं सहित विभिन्न शासकीय योजनाओं का भी सामाजिक अंकेक्षण सोशल ऑडिट द्वारा किया जाता है।
सचिवों को आदेशित किया गया कि यदि निर्धारित समय पर धनराशि प्रशासनिक कोष में जमा नहीं की जाती है तो उसकी भरपाई उनके वेतन से काटकर की जाएगी। इस आदेश के बाद प्रधानों और सचिवों में चिंता का माहौल है।
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