- आरबीएसके एवं अनुष्का फाउण्डेशन के सहयोग से नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था शुरू
सुनील शर्मा
जौनपुर। टेढ़े पंजे (क्लब फुट) से पीड़ित बच्चों का हर शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज होता है। यह सुविधा अनुष्का फाउंडेशन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के सहयोग से मिलती है। इस इलाज में में डॉ. दिलीप सरोज (ऑर्थो सर्जन) और अमित गौड़ (डीईआईसी मैनेजर) विशेष भूमिका निभाते हैं। क्लब फुट से बच्चों को मुक्त कराने के लिए इसके इलाज की प्रक्रिया समझ लेना जरूरी है।
इस बाबत डा. दिलीप सरोज ने बताया कि इसका इलाज तीन चरणों में होता है। पहला चरण कास्टिंग (प्लास्टर) का होता है जिसमें 5 से 6 प्लास्टर लगाकर पैर सीधा किया जाता है। हर सप्ताह नया प्लास्टर चढ़ाया जाता है। दूसरे चरण में टेनोटॉमी होती है जिसमें एड़ी के पीछे छोटा सा चीरा लगाकर पैर को लचीला बनाया जाता है। तीसरे चरण में ब्रसेज़ की प्रक्रिया होती है। इस चरण में टेनोटॉमी के बाद बच्चों को विशेष जूते पहनाए जाते हैं।
अनुष्का फाउंडेशन की जिला समन्वयक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चे को यह जूते शुरुआती 3 महीने तक 23 घंटे प्रतिदिन पहनाए जाते हैं। केवल सोते समय एक से दो घंटे निकाले जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया लगभग 5 साल तक चलती रहती है और पूरी तरह से निःशुल्क होती है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डीईआईसी मैनेजर अमित गौड़ ने बताया कि जिले में इस सत्र में विभिन्न ब्लॉकों से आए 51 बच्चों का सफल उपचार किया गया। अभी तक 328 बच्चों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा चुका है। इस सत्र में जिले भर से बड़ी संख्या में बच्चे इलाज के लिये आये और निःशुल्क सुविधा का लाभ उठाये।
अनुष्का फाउंडेशन की जिला समन्वयक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि क्लब फुट का समय पर इलाज संभव है। इलाज के बाद बच्चा पूरी तरह से सामान्य जीवन जी सकता है। उन्होंने अभिभावकों से हर शुक्रवार को जिला अस्पताल जौनपुर (कमरा नम्बर 17 हड्डी विभाग) में आकर इस निःशुल्क सेवा का लाभ उठाने की अपील किया है।
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