खुटहन, जौनपुर। जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ने जनजागरण यात्रा के पड़ाव महावीर की बाग मुबारकपुर में अपने सत्संग संदेश में कहा अनादिकाल से करोड़ो जन्मों में भटकने के बाद परमात्मा ने यह मानव तन आप को दिया है। पैदा होने से पहले वादा किया था 'अब प्रभु कृपा करऊ यहि भांती। सब तजि भजन करब दिन राती।।' अब इसे भूल कर शराबों, कबाबों, मांस, मदिरा में सुख ढूढ़ने में लगे हैं। इन सब खराब कार्यों से सुख कैसे मिलेगा। हमारी आप की नैया युगों-यगों से भटका खा रही है। यह बिना सन्त सत्गुरु के पार नहीं हो सकती इसलिये 'सत्गुरु खोजो री प्यारी। जगत में दुर्लभ रतन यही।।
यदि यह काम आपने नहीं किया तो जीवन बेकार चला जायेगा। खोटे-बुरे कर्मों की सजा नर्कों चौरासी में भोगनी पड़ेगी। उन्होंने कहा मनुश्य की एक ही जाति मानव जाति है। जातियां तो कर्म के अनुसार बनी जन्म से नहीं। जातियों, सम्प्रदायों के झगड़ों से नफरत के सिवा क्या मिला? अब परस्पर लड़ने-झगड़ने का समय नहीं। अपने गुनाहों की माफी भगवान से मांगे। इस मनुश्य मन्दिर में बैठकर भगवान की सच्ची पूजा करें। अपनी जीवात्मा को नर्कों चौरासी में जाने से बचायें। यही असली मानव धर्म, इन्सानी मजहब है।
हमारी समाज के सभी प्रबुद्धजनों, समाजसेवियों, शुभचिन्तकों से अपील है कि स्वयं शाकाहारी-सदाचारी व मद्यपान रहित होकर समाज को षाकाहारी बनायें व षराब जैसे घातक नषों से बचायें। आगामी 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक जयगुरुदेव मन्दिर मथुरा में आयोजित होने वाले पावन वार्शिक भण्डारा सत्संग मेला में पधारे। मंदिर के देवता के सामने अपनी बुराईयों को चढ़ाकर एक मनोकामना की पूर्ति करायें। सत्संग में पधारने वाले तथा व्यवस्थाओं में भाग लेने के लिये आप सभी लोगों को बहुत-बहुत साधुवाद।
इस अवसर पर ऋषिदेव श्रीवास्वत, अरुण कुमार वर्मा, बाबूराम यादव, सत्यनारायण यादव, बाबूलाल बिन्द, लालसाहब यादव प्रधान, कुंवर प्रताप सिंह, हरिष्चन्द बिन्द, जयचन्द यादव, सहयोगी संगत पीलीभीत के वीरपाल, रविन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे। शान्ति व्यवस्था में पुलिस प्रषासन का सहयोग रहा। कार्यक्रम के बाद जनजागरण यात्रा अगले पड़ाव खेल मैदान खुटहन के लिये प्रस्थान कर गई।