विरेन्द्र यादव
सरायख्वाजा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के संस्थाध्यक्ष संत पंकज जी महाराज के सानिध्य में चल रही शाकाहार-सदाचार व मद्यनिषेध आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा का 19वां पड़ाव सोमवार सायंकाल डफ्फरपुर डाल्हनपुर पहुंचा।
स्थानीय ग्रामीणों, महिलाओं, बच्चों ने बाजे-गाजे, पुष्पवर्षा व कलश यात्रा से भव्य स्वागत किया। शाम के सत्संग में संत पंकज महाराज ने कहा कि परमात्मा ने मानव शरीर सर्वोत्तम साधन के रूप में दिया है जिससे सतगुरु की शरण में जाकर आत्मकल्याण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब आप किराये के मकान से निकाले जाएंगे तो जमीन-जायदाद सब यहीं रह जाएगी।
अंत में गुरु के अलावा कोई सहारा नहीं होगा। उन्होंने उपस्थित जनों को मानवतावादी बनने, नशामुक्त रहने और शाकाहार अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। संस्था द्वारा नि:शुल्क विद्यालय, अस्पताल, पेयजलापूर्ति, भंडारा तथा हजारों गोवंश के लिए गोशाला संचालित की जा रही है।
उन्होंने मथुरा बाईपास पर बाबा जयगुरुदेव जी द्वारा निर्मित विश्व के अनूठे मंदिर की भी चर्चा करते हुये बताया कि वहां आगामी 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक वार्षिक भंडारा-सत्संग मेला आयोजित होगा। कार्यक्रम में ऋषिदेव श्रीवास्तव, अरुण वर्मा, बृजमोहन यादव, विपेन्द्र यादव, वीरेन्द्र कुमार, संतदीन, शिवसहाय त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। यात्रा के बाद कारवां अगले पड़ाव रामपुर बैजापुर, करंजाकला के लिए रवाना हुआ।