अजय पाण्डेय/राकेश शर्मा/सौरभ सिंह
जौनपुर। जयगुरुदेव नाम, प्रभु का मानव जीवन है अनमोल….जैसे प्रेरक नारों और आध्यात्मिक संदेशों के साथ मंगलवार को जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ग्राम उदयपुर लखउआ) पहुंचे। विकासखंड सिकरारा के इस गांव में उन्होंने विशाल सत्संग सभा को संबोधित करते हुए जीवन और मोक्ष के रहस्यों पर प्रकाश डाला।
सत्संग में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संत पंकज जी महाराज ने कहा, मानव जीवन ईश्वर की सबसे बड़ी देन है। जीवात्मा को जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति दिलाने के लिए ही संतों का धरती पर आगमन होता है। आज इंसान को यह भी नहीं पता कि वह कहां से आया और मृत्यु के बाद कहां जाएगा। ऐसे जटिल प्रश्नों का उत्तर केवल संतों के सत्संग से ही मिल सकता है।
उन्होंने जीवन के उद्देश्य को समझने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि यह शरीर आत्मा को परमात्मा से मिलाने का साधन है। यदि मनुष्य ने इस जीवन में संत-सतगुरु की शरण ली, तो लोक और परलोक दोनों संवर जाएंगे।
शुद्ध आहार और नशा मुक्त जीवन पर बल
महाराज जी ने सत्संग के दौरान समाज में बढ़ती हिंसा और अपराध का कारण अशुद्ध खान-पान और नशाखोरी को बताया। उन्होंने कहा, जैसा खावे अन्न, वैसा होवे मन। उन्होंने शाकाहार अपनाने और शराब जैसे मादक पदार्थों से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि मां, बहन और बेटी की आंखों में पहचान रखनी चाहिए, तभी समाज सुरक्षित और सुखी बन सकता है।
विश्व का अनूठा मंदिर और वार्षिक भंडारे का निमंत्रण
संत पंकज जी महाराज ने जानकारी दी कि बाबा जयगुरुदेव जी द्वारा मथुरा स्थित आगरा-दिल्ली बाईपास पर एक विश्व का अनूठा मंदिर बनवाया गया है, जहां श्रद्धालु अपनी बुराइयों को अर्पित कर मनोकामनाओं की पूर्ति प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वहां आगामी 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक जयगुरुदेव पावन वार्षिक भंडारा सत्संग मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर से श्रद्धालु आमंत्रित हैं।
पुलिस प्रशासन का सहयोग, अगला ठिकाना रंजीतपुर
कार्यक्रम के दौरान ऋषिदेव श्रीवास्तव, बालेन्द्र मिश्र, लालमणि मौर्य, लक्ष्मीशंकर मौर्य, रामश्री सहित संस्था के पदाधिकारी व प्रबंध समिति के सदस्य मौजूद रहे। शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस प्रशासन का सराहनीय सहयोग रहा। सत्संग सभा के उपरांत जनजागरण यात्रा ग्राम रंजीतपुर के लिए प्रस्थान कर गई, जहां आज दोपहर 12 बजे से अगला सत्संग आयोजित होगा।