बिपिन सैनी
चौकियां धाम, जौनपुर। नगर के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के विशेषरपुर में नेटवर्किंग कंपनी में काम कर रहे युवक को थाना पुलिस ने लिखा-पढ़ी के बाद उसके स्वजन से मिलवाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद चंदौली के रेवासा गांव थाना अलीनगर निवासी अविनाश जैसवार पुत्र राकेश जैसवार नेटवर्किंग कंपनी में काम करने जिले के विशेषरपुर में आया था। काम पसंद ना आने पर वह घर जाना चाहता था। वहीं कंपनी के लोगों ने उसे घर जाने से मना कर दिया। यह बात उसने अपने फूफा राकेश को बताया कि मुझे घर नहीं आने दिया जा रहा है।
युवक के फूफा राकेश ने जिले के मिशन जिंदगी फाउंडेशन के संस्थापक समाजसेवी दिलीप तिवारी से संपर्क कर सहायता मांगी। दिलीप जी ने पीएम ऑफिस, मुख्यमंत्री तथा यूपी पुलिस के डीजीपी को ट्विटर पर टैग करते हुए एक्सी पर ट्विट कर दिया कि जौनपुर में एक युवक को घर नहीं जाने दिया जा रहा है। उसे पैसों के लिए रोककर रखा गया है। ट्वीट करने के बाद एक्शन में आई जौनपुर पुलिस ने लाइन बाजार थाना पुलिस को निर्देश देते हुए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा जिस पर पुलिस युवक को बुधवार को लिखा—पढ़ी के बाद उसके फूफा राकेश जैसवार को सुपुर्द कर दिया।
युवक के फूफा ने बताया कि उसका भतीजा रॉयल हेल्थ इंडिया नामक नेटवर्किंग कंपनी में काम करने आया था। उसे यह काम समझ में नहीं आ रहा था तो वह घर जाना चाहता था। कंपनी के लोगों को यह बात बताई थीं कंपनी के लोगों ने घर जाने से मना कर दिया तब मैं समाजसेवी दिलीप तिवारी से मदद मांगी। उनके माध्यम से पुलिस सहायता प्राप्त हुई जिस पर लिखा—पढ़ी के बाद मेरे भतीजे को मुझे सुपुर्द कर दिया गया। इस घटना को लेकर छेत्र के लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है। शीतला चौकिया चौकी प्रभारी ईश चन्द्र यादव ने बताया कि बंधक बनाने की बात गलत थी। झूठी सूचना थी। पुलिस की मदद की भी जरूरत नहीं पड़ी।