बिपिन सैनी
जौनपुर। नगर के मायापुर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन के चौथे दिन वाराणसी से पधारे मानस कोविद कथावाचक मदन मोहन मिश्र ने कथा प्रवचन के दौरान बताया कि दुष्टों का संघार करके धर्म की स्थापना के लिए भगवान लेते हैं अवतार। समाज को जगाने वाला ही वास्तविक संत है।
उक्त बातें दिनेश कुमार जायसवाल रघुकुल निवास मायापुर कालोनी सदर जौनपुर के निज निवास पर आयोजित श्री मद्भागवत महापुराण के चतुर्थ दिवस पर व्यासपीठ से कृष्ण जन्मोत्सव पर वर्णन करते हुए बताया कि सकारात्मक सोच ही व्यक्ति के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है तो नकारात्मक सोच ही सबसे बड़ा अभिशाप है। कृष्ण का पूरा जीवन संघर्ष पूर्ण रहा फिर भी वे सदा मुस्कराते रहे और तटस्थ की भूमिका में रहे। हमें अपने बच्चों का नाम भगवत परक रखना चाहिए क्योंकि अजामिल ने अपने बेटे नारायण का नाम लिया और उसका कल्याण हो गया, नारी में क्षमता के माध्यम से लक्ष्मी बाई बनकर अग्रेजो का दांत खट्टा कर सकती है तो ममता के माध्यम से देवकी के बेटे कन्हैया को पुत्र बनाकर पाल सकती, बड़े ही धूम धाम से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।
सुल्तानपुर से पधारे डा. धर्मेन्द्र शुक्ल के सुमधुर भजन सुन लोग मन्त्र मुग्ध हो गये। मंच संचालन डा. अखिलेश चन्द्र पाठक ने किया। आभार आयोजक दिनेश गुप्त ने व्यक्त किया। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा के अंत में आरती पूजन कर भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया।
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