Jaunpur News: जो मन पर असवार है, सो साधु कोई एक: पंकज महराज

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Jaunpur News: जो मन पर असवार है, सो साधु कोई एक: पंकज महराज

राकेश शर्मा

बक्सा, जौनपुर। अच्छे समाज के निर्माण के लिये सतत् प्रयत्नशील युगपुरुश परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी संत पंकज जी महाराज अपने 122 दिवसीय जनजागरण यात्रा के 103वें पड़ाव पर ग्राम कलिंजरा पधारे। स्थानीय भाई-बहनों ने वाद्ययन्त्रों, पुष्प वर्षा एवं दीप प्रज्वलित कलशों से यात्रा का सोल्लास स्वागत किया। सत्संग सन्देष सुनाते हुये महाराज जी ने कहा भाई-बहनों! यह काल माया का देश है। यह शरीर आपका काल का पिंजरा है। माया ने काम, क्रोध, लोभ, मोह का बाजार लगा रखा है और इस शरीर के अन्दर विराजमान प्रभु के अंष, जीव के साथ अपने विषेश दूत मन, चित्त, बुद्धि व अहंकार को लगा रखा है। प्रमाण भी है- भूमि परत भा ढाबर पानी, जिमि जीवहिं माया लपटानी। मन बड़ा बलशाली है, मन शैतान है, मन धोखेबाज है, मन ही आत्मा का सबसे बड़ा दुष्मन है।

राधास्वामी दयाल जी महाराज ने कहा कि 'बड़ा बैरी ये मन घट में, इसी का जीतना कठिना, पड़ो तुम इस ही के पीछे और सब ही जतन तजना' अन्य महात्माओं ने भी कहा है कि मन के मते न चालिये, मन के मते अनेक, मन पर जो असवार हो, सोइ साधू कोई एक।’’ इसलिये भाई-बहनों! मन ही हमको प्रभु के भजन-भक्ति से भी दूर करता है। मेरी आप से यही विनती है कि ‘‘मन को समझाकर, एकाग्र करके जब आप सुरत को शब्द से जोड़ने का अभ्यास करेंगे तो अन्तर में नाद सुनकर, वेदवाणी सुनकर आप का ये मन आनन्द लेने लगेगा, इसी आनन्द की खोज में मन सुबह से शाम तक माया के बाजार के चक्कर लगाता रहता है। जबकि यह सब एक सपना है। आज है कल छूट जायेगा। आप साधू मत बनना, घर परिवार में रहकर चौबीस घण्टे में से घण्टा दो घण्टा समय निकाल कर भगवान का सच्चा भजन इस मनुश्य मन्दिर में कर लें। जिसके लिये उस प्रभु ने आपको यह मानव तन दिया है। मनुश्य षरीर में ही रहकर जीते जी उस प्रभु को पाया जा सकता है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वर्तमान में युवा पीढ़ी के खान-पान व संस्कार विहीन होने पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि आज के समय में शिक्षा जरूरी है ये बात मैं भी मानता हूँ, लेकिन शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी जरूरी हैं और संस्कार मिलते हैं सत्संग वचनों से, संस्कार पड़ते हैं महात्माओं के संसर्ग से। इसलिये आप जब भी सत्संग समारोहों में आवें तो अपने साथ अपने बच्चे व बच्चियों को भी साथ लाया करें। आप खुद भी शाकाहारी रहें और बच्चों को भी शाकाहारी बनायें, नषीले पदार्थों से दूर रहना सिखायें तभी एक अच्छा समाज बनेगा।

उन्होंने कहा कि आगामी 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक मथुरा में दादा गुरु जी का 77वाँ पावन वार्शिक भण्डारा सत्संग मेला आयोजित होगा, उसमें पधारियेगा। शान्ति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन ने सहयोग किया। इस अवसर पर ऋशिदेव श्रीवास्तव, महेन्द्र बिन्द, रविशंकर चौहान, हरिप्रसाद, लक्ष्मी प्रसाद यादव, सहयोगी संगत उन्नाव से डा. सहदेव आदि उपस्थित रहे। जनजागरण यात्रा अगले पड़ाव हेतु ग्राम अगरौरा बरपुर के लिये प्रस्थान कर गई।


 


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