जौनपुर। गांधी स्मारक पीजी कॉलेज समोधपुर में शुक्रवार को मिशन शक्ति फेज-5 महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान वाद विवाद प्रतियोगिता भी हुई। इसमें छात्र-छात्राओं ने उत्साहित होकर भाग लिया और विविध पक्षों पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में बोलते हुए राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर अरविंद कुमार सिंह ने कहा मिशन शक्ति से महिलाएं सशक्त और स्वावलंबी हो रही है। प्रो. सिंह आधी आबादी के अधिकारों सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के संदर्भ में विस्तृत चर्चा की।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि में राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व समन्वयक तथा आईक्यूएसी समन्वयक प्रो. राकेश कुमार यादव ने भारतीय इतिहास में वैदिक युग से लेकर आधुनिक युग तक महान स्त्रियों और उनके योगदान को बताया। पुरुष प्रधान समाज के बावजूद महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ी है। आज की महिला की हिस्सेदारी राजनीति, इंजीनियरिंग, विज्ञान, तकनीक, खेल में बढ़ी है। मिशन शक्ति से महिला की स्थिति और सशक्त हुई है।
प्रो. लक्ष्मण सिंह ने मिशन शक्ति फेज 5 के संदर्भ में चर्चा करते हुए महिलाओं की सशक्तिकरण पर बल दिया। इसके लिए उन्होंने मिशन शक्ति द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को जरूरी बताया।
बीएड विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज सिंह ने वैदिक काल से लेकर आधुनिक काल तक स्त्री की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्त्री में परिवार के संचालन योग्यता अद्भुत होती है।
डॉ. अवधेश कुमार मिश्रा ने स्त्री को महान बताया। डॉ. मिश्रा ने कहा कि भारतवर्ष में वैदिक काल से ही स्त्री को विशेष स्थान प्राप्त है। डॉ. अविनाश वर्मा ने स्त्री को सृजन शक्ति से संपन्न बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रत्येक स्थिति में सुरक्षा सम्मान मिलना चाहिए। मिशन शक्ति के प्रारंभिक चार चरण सफल रहे हैं। सत्य प्रकाश सिंह ने स्त्री की पौराणिक स्थिति के बारे में बताया।
डॉ. आलोक प्रताप सिंह बिसेन ने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों और आयोग के माध्यम से आज की महिला सशक्त हुई है, किंतु हमें ध्यान रखना होगा की इस प्रकार के कार्यक्रमों का दुरुपयोग ना हो। समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष विकास कुमार यादव ने स्त्री शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के जागरूक होना चाहिए तभी उन्हें सुरक्षा और सम्मान मिलेगा।
जितेंद्र कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ी हैं चाहे वह सिविल सेवा हो, डिफेंस हो या फिर खेल। डॉ. लालमणि प्रजापति ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापन हिंदी के विभागाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ. नीलमणि सिंह, डॉ. विष्णुकांत त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
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