राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। श्रीमद्भागवत कथा ईश्वर और भक्ति के मधुर मिलन की दिव्य गाथा है जो हमें सिखाती है कि जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य भगवान की भक्ति और प्रेम है।
उक्त अमृत वचन है प्रयागराज से आए आचार्य बालकृष्ण शुक्ल के जिन्होंने शुक्रवार को क्षेत्र के अतरहीं गाँव में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के समापन अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को रसपान कराते हुए कहा।
उन्होंने इस ज्ञान यज्ञ में आगे बताया कि जब मनुष्य अहंकार मोह और कामना छोड़ देता है तभी सच्ची भक्ति जागृत होती है। भगवान श्री कृष्ण का जीवन धर्म सत्य और करुणा का अद्भुत संगम है जो भक्त कथा को श्रवण करता है उसके जीवन से अज्ञान और दुख स्वतः मिट जाते है। यह कथा हमे स्मरण कराती है की भगवान सदा अपने भक्तों के साथ रहते हैं। समापन के पश्चात महाप्रसाद एवं भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर शरद सिंह, राहुल सिंह, मिंटू सिंह, मनीष तिवारी, रविन्द्र मिश्रा, श्री प्रकाश सिंह, दुर्गेश सिंह, श्याम बाबू यादव जिला पंचायत सदस्य, अजय शंकर दुबे आदि उपस्थित रहे। अंत में आयोजक मनीष तिवारी ने अभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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