- डीएम-एसपी ने शोभायात्रा का किया शुभारम्भ, चहुंओर लगे जयकारे
अजय पाण्डेय
जौनपुर। श्री दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष मनीषदेव गौतम और महासचिव मनीष गुप्ता के नेतृत्व में तमाम दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार देर रात से लेकर शुक्रवार सुबह तक सम्पन्न हो गया। विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सभी घाटों पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के साथ स्थानीय गोताखोर भी तैनात रहे, ताकि विसर्जन के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना से बचा जा सके। वहीं रात में महासमिति की कोतवाली चौराहे पर स्थित कंट्रोल रूम पर जिलाधिकारी डा. दिनेश चन्द्र, पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रनन्दन सिंह, एडीएम अजय अंबष्ट, नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी पवन कुमार, क्षेत्राधिकारी शहर देवेश सिंह ने पहुंचकर जायजा लिया।
इस मौके पर अध्यक्ष मनीषदेव और महासचिव मनीष गुप्ता ने अधिकारियों को माल्यार्पण करके अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। इसके बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अहियापुर मोड पहुंचकर मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने बाद नारियल फोड़कर प्रतिमाओं को हरी झंडी दिखाई जिसके बाद मां की प्रतिमाएं विसर्जन के लिए रवाना हुईं। जिले के सद्भावना पुल के पास विसर्जन घाट पर बने शक्ति कुंड में प्रतिमाओं का विसर्जन सुबह तक चलता है। इस दौरान कमेटी के लोग विसर्जन में लगे रहे। सुबह तक लगभग 400 से अधिक मां की प्रतिमाएं विसर्जित की गईं।
पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने देर रात 3 बजे तक सभी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन घाटों का लगातार निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया तो जिलाधिकारी भी पूरी व्यवस्था पर स्वयं निगरानी रख रहे थे। प्रशासन ने बिजली विभाग के अलावा स्वयं भी प्रकाश की व्यवस्था की थी। जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए थे कि जिन क्षेत्रों से मूर्तियां गुजर रही हैं, वहां की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाय।
इस अवसर पर इंदू सिंह, शोभनाथ आर्य, विंध्याचल सिंह, श्रीकांत माहेश्वरी, संतोष सिंह, निखिलेश सिंह, राधेकृष्ण ओझा, शंशाक सिंह, मोती लाल यादव, अनिल अस्थाना, दीपक श्रीवास्तव, रत्नेश सिंह, राहुल पाठक, विजय रघुवंशी, संतोष मौर्य, राजन अग्रहरि, शैलेंद्र मिश्रा, ज्ञानेंद्र दुबे, विजय रघुवंशी, निशाकांत द्विवेदी, विजय सिंह, प्रिंस तनेजा, गौरव श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।