- कार्यवाही न होने से पुलिस की साख पर सवाल
सोनू गुप्ता
रामपुर, जौनपुर। सुरेरी थाना एक बार फिर विवादों में है। कोहड़उरा गांव निवासी राम आसरे मिश्र पुत्र सेवानंद मिश्र ने थानाध्यक्ष सुरेरी पर रुपया लेकर पिकअप छोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर शिकायत की लेकिन हैरानी की बात यह है कि दो दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई।
पीड़ित का आरोप है कि वह अपनी पिकअप एक व्यक्ति के घर निर्माण में लगाया था। देर शाम पिकअप थाने के समीप से गुजरी तो प्रभारी निरीक्षक ने वाहन रोक लिया और ड्राइवर समेत थाने ले जाकर रातभर बैठाए रखा। अगली सुबह पैसे की मांग की गई। रुपये देने के बाद ही पिकअप छोड़ी गई।
अब इस पूरे प्रकरण से जुड़ा पैसे की लेन—देन का ऑडियो और ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल होने के बाद भी उच्चाधिकारियों द्वारा कार्रवाई न किया जाना पुलिस विभाग की साख पर गहरा सवाल खड़ा कर रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि थानाध्यक्ष के सत्तारूढ़ दल और उच्च पुलिस अधिकारियों से गहरे संबंध होने के कारण ही उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। जांच के नाम पर क्षेत्राधिकारी द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। लोगों में आक्रोश इस बात को लेकर है कि जब वर्दी में बैठे अधिकारी ही रुपया लेकर न्याय बेचने लगे तो जनता भरोसा किस पर करे। क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा तेज है और लोगों का कहना है कि ऐसे अफसर ही विभाग की बदनामी का कारण बन रहे हैं। जनता ने पुलिस अधीक्षक से मांग किया कि वायरल ऑडियो और सबूतों के आधार पर निष्पक्ष जांच कर दोषी थानाध्यक्ष पर कठोर कार्रवाई की जाय, ताकि आम जनता का भरोसा पुलिस पर बना रहे और भ्रष्टाचार पर लगाम लग सके।
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