विजय जायसवाल
जयपुर। सहस्त्रबाहु अर्जुन के प्रकटोत्सव को लेकर जयपुर के जायसवाल समाज के लोगों ने भव्य शोभायात्रा निकाली गयी जिसमें हजारों लोगों की उपस्थिति रही। प्रत्येक लोगों ने 5100 रुपए की राशि दिया। तत्पश्चात अनेकों महानुभावों ने सहयोग राशि देने की पेशकश की परंतु आवश्यकता अनुसार सहयोग राशि हो जाने के कारण शेष सभी से अगले कार्यक्रम में लेने के लिए आश्वासन दिया।
सहयोग देने वालों में शिवचरण हाडा, उत्तम चंद चौधरी, पूरन चंद झरीवाल, पूनम गुप्ता, जुगल किशोर, मनीषा सुवालका, संजय जायसवाल, कंचन हाडा, माया सुवालका, विनीता सेठी, लक्ष्मी जयसवाल, पूर्व मेवाड़ा रेनू गुप्ता, आशा धनेटवाल, हेमा गुप्ता, राजपाल सिंह, ओम प्रकाश जायसवाल, राजेश जायसवाल, विजय गुप्ता, माया नागर, महेश सेठी, अशोक जायसवाल, विजय कटारा, अशोक गुप्ता, निरंजन जायसवाल, वेद प्रकाश जायसवाल, कमल किशोर, महेश जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, गोविंद नारायण, राजेंद्र सेठी, अमित जायसवाल आदि प्रमुख रहे।
शोभायात्रा प्रारंभ करने के लिए गांधीनगर रेलवे स्टेशन का स्थान निर्धारित किया गया जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एवं पुरुष एकत्रित होना प्रारंभ हो गये थे। शोभायात्रा यहां से 4:15 बजे प्रारंभ कर दी गई। शोभायात्रा में सबसे आगे डीजे की गाड़ी के बाद सैकड़ों महिलाएं-पुरुष, फिर उसके बाद एक बैंड बाजा, फिर सैंकडों की संख्या में महिलाएं-पुरुष चल रहे थे। अंतिम छोर पर सहस्त्रबाहु अर्जुन जी महाराज का रथ चल रहा था। सभी स्त्री पुरुष नाचते—गाते और सहस्त्रबाहु भगवान के जयकारे के साथ चल रहे थे और महिलाओं ने अपने सिर पर कलश रख रखा था।
शोभायात्रा के बीच में एक पड़ाव पर जयपुर सरस डेरी के डीलर राम चरण सोमवंशी एवं उनके परिवार वालों ने पूरी शोभायात्रा में सम्मिलित स्त्री—पुरुषों का स्वागत किया। शोभायात्रा के साथ पुलिस और ट्रैफिक नियंत्रण दोनों की बहुत अच्छी व्यवस्था रही। हर्षोल्लास के साथ नाचते गाते शोभायात्रा में सम्मिलित सभी सदस्य लगभग 6:30 बजे इवांशी कलाल सभा भवन पहुंचे। यहां पहुंचकर सैकड़ों की संख्या में दीपकों के साथ भगवान सहस्रबाहु अर्जुन की आरती उतारी गई। यहां सभी सहयोगकर्ताओं का मंच पर स्वागत किया गया। अंत में उपस्थित सभी महानुभावों ने बड़े प्रेम के साथ अन्नकूट की प्रसादी ग्रहण किया।
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