राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के सोंगर गांव स्थित पुलिया के नीचे रविवार की शाम तीन मासूम बच्चों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। सफेद कपड़े में लिपटे शवों को देखकर ग्रामीण सहम गए। सूचना मिलते ही खेतासराय और दीदारगंज, आजमगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन पुलिया दो जनपदों की सीमा पर होने के कारण काफ़ी देर तक यह तय नहीं हो पा रहा था कि शव किस थाने के क्षेत्राधिकार में आएंगे। अंततः यह भूभाग खेतासराय थाना क्षेत्र में आने की पुष्टि होने पर थानाध्यक्ष रामाश्रय राय ने शवों को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू की।
गांव के बाहर बने नाले पर निर्मित यह पुलिया जौनपुर और आजमगढ़ को जोड़ती है। राहगीरों ने पानी व घास के बीच सफेद चादर में लिपटे शवों को देखा और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कपड़ा हटाया तो ग्रामीणों के होश उड़ गए। तीनों शव एक छः वर्षीय बालिका, चार वर्षीय बालक और दो वर्षीय अबोध शिशु के प्रतीत हो रहे थे।
आशंका जताई जा रही थी कि किसी ने इन शवों को नाले में प्रवाहित किया है। बतादें कि यही नाला आगे चलकर बेसव नदी में मिल जाता है। शवों के हाथ-पैर धागे से उसी प्रकार बंधे थे, जैसे परंपरागत रूप से मृत्यु के बाद बांधा जाता है।घटना के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएँ शुरू हो गईं कि आखिर तीन मासूमों की मौत किन परिस्थितियों में हुई। प्रारंभिक जांच में पुलिस शवों की शिनाख्त नहीं कर पा रही थी।
बाद में थानाध्यक्ष रामाश्रय राय ने बताया कि मृत बच्चे आजमगढ़ जिले के सरायमीर थाना क्षेत्र के कवरा गहनी गांव के हैं जिनका नाम क्रमशः विनीता पुत्री दिनेश (6), पिंटू पुत्र दिनेश(4), शनि पुत्र हरेंद्र (2) पुष्ट हुआ है यह सभी डेंगू से मरे हैं जबकि दो हॉस्पिटल में हैं ग्रामीण चंदा जुटाकर दिए थे।स्वजन को लेने पुलिस गई है उन्हें यह शव सुपुर्द कर दिया जाएगा। अभावग्रस्त परिवार ने शवों को यहाँ लाकर प्रवाहित कर दिया था हालांकि बच्चों की असामयिक मौत और इस प्रकार शवों के मिलने से गांव ही नहीं, पूरे इलाके में कुछ देर के लिए दहशत का माहौल बन गया था।
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