जौनपुर। बक्शा विकास खण्ड के बेलापार गांव निवासी जयशंकर परिवार रजिस्टर में नाम सुधारने के लिए बीते ढाई वर्षों से आवेदन देते-देते थक हार कर मुख्यमंत्री दरबार पहुँच पुनः जिलाधिकारी से मिल अपनी पीड़ा बताई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देशित करतें हुए नकल देने का निर्देश दिया।
उक्त गांव निवासी रामसुंदर यादव की दो शादियों में पहली पत्नी सुरजा देवी से जयशंकर जबकि दूसरी पत्नी धनपत्ती देवी से 4 पुत्रियां पैदा हुईं। जयशंकर ने बताया कि मैं रोजी-रोटी के सिलसिले में वर्ष 1982 से मुम्बई में रह ट्रक चला परिवार का जीविकोपार्जन करता आ रहा है। समय-समय व बहनों की शादी में घर भी आना-जाना लगा रहता था। इधर गांव के परिवार रजिस्टर में मेरा नाम जयशंकर के स्थान पर भूलवश शंकर लिख दिया गया जबकि मेरे सभी पहचान पत्रों में जयशंकर ही लिखा गया है। बीते वर्ष 22 दिसम्बर 2023 को परिवार रजिस्टर की जरूरत समझ उसे निकालने हेतु आवेदन किया तो जयशंकर के स्थान पर शंकर लिखा पाया गया।
नाम सुधार कर परिवार रजिस्टर की नकल के लिए संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी गौड़ गणेश से संपर्क किया तो खुली बैठक में सुधार का भरोसा दिलाया। खुली बैठक प्रकिया पूर्ण होने के बाद भी कुटुंब रजिस्टर में न तो नाम का सुधार किया गया न ही नकल प्रदान की गई। आरोप है कि पंचायत अधिकारी द्वारा राजनैतिक दबाव के कारण नकल देने में लगातार आनाकानी की जा रही है।
शिकायतकर्ता द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल, जनता दरबार से लेकर उच्चाधिकारियों तक से की गई है। इस सम्बंध में ग्राम विकास अधिकारी गणेश गौड़ ने गुरुवार को बताया कि मामला जिलाधिकारी के समक्ष पेश हुआ है। डीएम के आदेश पर जल्द ही खुली बैठक करवाते हुए मामलें का निस्तारण किया जाएगा। वैसे डीएम के दरबार में रामसुंदर भी जा चुके हैं।
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