जौनपुर। कई दलों की निगाहें पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर लगी हैं। व‌ह किस दल से प्रत्याशी होते हैं अभी तय नहीं हो पा रहा है। भाजपा के सहयोगी दलों से उनके प्रत्याशी होने की चर्चा चल रही है। 
पिछले दिनों आरएसएस के नेताओं से उनकी नजदीकी को लेकर राजनैतिक माहौल गरम हुआ था। भाजपा के कुछ बड़े नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि धनंजय को अगर सहयोगी दलों से चुनाव में उतारा गया तो वह अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। बसपा ने लोकसभा वर्ष 2009 के चुनाव में परचम लहराया था। जहां धनंजय सिंह ने सपा प्रत्याशी पारसनाथ यादव को हराकर पहली बार बसपा का खाता खोला। 
बताते चले कि चुनाव का एलान अभी होना बाकी है। प्रत्याशियों को लेकर अटकलें शुरू हो गई है। सपा-बसपा गठबंधन में दोनों सीटें बसपा के खाते में गई है। वहीं भाजपा और कांग्रेस में भी टिकट के दावेदारों की होड़ मची है।