सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भईया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के भौतिक विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डा. आलोक वर्मा का चयन विज्ञान अकादमी ग्रीष्मकालीन अनुसंधान फेलोशिप– 2024 के लिए हुआ है। इसी फेलोशिप में परास्नातक भौतिक विज्ञान विभाग के छात्र अनुराग पाण्डेय भी चयनित हुए हैं। यह कार्यक्रम भारतीय विज्ञान अकादमी बेंगलुरु भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी नई दिल्ली एवं भारतीय विज्ञान अकादमी प्रयागराज द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किया जाता है। इस ग्रीष्मकालीन अनुसंधान कार्यक्रम के लिये डा. वर्मा को राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला नई दिल्ली में दो माह का अध्येतावृत्ति अनुमोदित हुआ है। यह प्रयोगशाला भारत में अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली का अनुरक्षण तथा राष्ट्रीय भार तथा माप के मानकों का अंशांकन (कैलीब्रेशन) करती है। 

डा. वर्मा इस दौरान राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला नई दिल्ली में डा. एन. विजनय के साथ थर्मोइलेक्ट्रिक मैटेरियल की डिज़ाइन पर कार्य करेंगे। इस मैटेरियल की मदद से अपशिष्ट उष्मीय ऊर्जा को उपयोगी विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है। दुनिया भर में प्राथमिक ऊर्जा खपत का लगभग 70% रूपांतरण प्रक्रिया के दौरान बर्बाद हो जाता है। डा वर्मा के निर्देशन में लघु शोध कार्य कर रहे परास्नातक भौतिक विज्ञान विभाग के छात्र अनुराग पाण्डेय का भी चयन इस फेलोशिप कार्यक्रम में हुआ है। अनुराग एस.आर.एम. विश्वविद्यालय अमरावती आंध्र प्रदेश के प्रो. रंजीत थापा के निर्देशन में दो माह तक डी.एफ.टी. आधारित कम्प्यूटेशनल पद्धति का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इस उपलब्धि पर पूविवि की कुलपति प्रो. वंदना सिंह, रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद यादव, प्रो. देवराज सिंह सहित संस्थान एवं परिसर के सभी शिक्षकों ने डा वर्मा एवं छात्र अनुराग पाण्डेय को बधाई दिया।