ध्रुवचन्द जायसवाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 4 जून को भगवान श्री राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन के मन्दिर के सौंदर्यीकरण, सामुदायिक भवन एवं छात्रावास भूमिपूजन कर शिलान्यस करते हुए हैहयवंशियों के जख्मों पर मरहम लगाने का कार्य करते हुए यह संदेश देने का संकेत दिया है कि मैं आपके साथ खड़ा हूं। स्वागत योग्य है। मुख्यमंत्री जी ज़ख्म गहरा है। मरहम से नहीं भरेगा। धीरेन्द्र पर मुकदमा दर्ज हो या माफ़ी मांगे, अन्यथा विधानसभा चुनाव तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। स्मरण रहे कि भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन जी के प्रति तथाकथित कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने एक जयन्ती पर अनर्गल, अमर्यादित, अशोभनीय, टिप्पणियां करके हिन्दू समाज के बीच भाईचारा समाप्त कर दी है।

समाज के प्रबुद्ध लोगों द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को वस्तु स्थिति से अवगत कराया था। इसी कड़ी में उपरोक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया था। महासभा द्वारा एक बयान 2 मई, 5 मई एवं 10 मई को दिया गया था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं संज्ञान लें किन्तु एक विशेष वर्ग के खास कई कैबिनेट मंत्रीगण, प्रभावशाली सांसद खुलेआम सार्वजनिक रूप से धीरेन्द्र शास्त्री की एक गहरी साज़िश के तहत मदद कर रहे हैं, इसीलिए मुकदमा दर्ज कराने हेतु हस्तक्षेप मुख्यमंत्री जी ने नहीं किया किन्तु समाज के लोगों को शान्त करने का उपाय करने का प्रयास किया है।

ज़ख्म इतना गहरा है कि उपाय कारगर साबित नहीं होगा। धीरेन्द्र शास्त्री को हर हाल में माफ़ी मांगनी ही पड़ेगी। धरना-प्रदर्शन की कमान ऐसे लोगों के हाथ में है। इन्हें ख़रीदा था। धमकाया नहीं जा सकता है। धीरेन्द्र शास्त्री ने कथा के समय धर्म प्रेमियों के सम्मुख भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के प्रति अनर्गल, अमर्यादित एवं अशोभनीय टिप्पणियां की है, इसका जबाव उन्हें आज नहीं तो कल देर-सबेर देना ही होगा। 

4 जून 2023 को भोपाल में भव्य कार्यक्रम हुआ। 5 जून 2023 को चिलचिलाती धूप में भव्य प्रदर्शन करने वाले स्वजातियों भाईयों-बहनों को हृदय से स्वागत है। उक्त आयोजन करके भोपाल के स्वजातियों ने स्पष्ट संदेश दे दिया कि जब-तक धीरेन्द्र शास्त्री सार्वजनिक रूप से अनर्गल, अमर्यादित, अशोभनीय टिप्पणियों के लिए माफ़ी नहीं मांगेंगे या धीरेन्द्र शास्त्री पर चरित्र हनन करते हुए धर्म प्रेमियों के सम्मुख हेट स्पीच की धाराओं में मुकदमा दर्ज नही हो जाता है तब-तक  धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।

महासभा के प्रमुख पदाधिकारियों दबाव डाला जा रहा कि उत्तर प्रदेश में भी धीरेन्द्र शास्त्री के विरुद्ध धरना प्रदर्शन क्यों नहीं किया जा रहा है? इसके सम्बन्ध में महासभा की ओर से एक ही ज़बाब अपने स्वजातियों को दिया जा रहा है कि एक खास वर्ग द्वारा साज़िश के तहत धीरेन्द्र शास्त्री ने टिप्पणियां की हैं। उत्तर प्रदेश में उसकी दाल नहीं गलेगी। अगर उत्तर प्रदेश में माहौल खराब करने की परिस्थितियां पैदा हुईं तो स्वजातियों द्वारा ज़बाब दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में माहौल खराब करने की साज़िश नगर निकाय चुनाव में सफल नहीं हो पाई थी। मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के ठीक पहले ही एक खास वर्ग की साज़िश का पर्दाफाश मध्य प्रदेश की धरती पर हो जायेगा।
लेखक अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष हैं।