• मेडिकल में प्रयोग होने वाली नैनो मटेरियल के परीक्षण पर होगा शोध: डा. प्रमोद
  • वातावरण में विषैली गैसों पर करेंगे शोध: डा. प्रमोद
  • कांपलेक्स व कांटेक्ट मैनीफोल्ड के गुणों का होगा अध्ययन: डा. सुशील






अजय विश्वकर्मा
सिद्दीकपुर, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय अध्ययन एवं शोध संस्थान के दो शिक्षकों डॉ. प्रमोद यादव व डॉ. प्रमोद कुमार तथा इंजीनियरिंग संकाय के डॉ. सुशील शुक्ला को उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के अंतर्गत शोध के लिए अनुदान मिला है। इस शोध योजना की अवधि तीन वर्षों की होगी। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा शोध के क्षेत्र में लगातार उपलब्धि पर विश्वविद्यालय में हर्ष का माहौल है।


इस योजना के अंतर्गत रज्जू भैया संस्थान के भौतिकी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रमोद यादव को अल्ट्रासोनिक नॉन-डिस्ट्रक्टिव विधि से औद्योगिक इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के क्षेत्र में प्रयोग होने वाली नैनो मटेरियल के परीक्षण एवं अनुप्रयोग के लिए यह शोध अनुदान मिला है। वहीं रज्जू भैया संस्थान के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार को कंडक्टिंग पॉलीमर नैनोकंपोजिट से वातावरण में विषैली गैसों और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों के संवेदन पर शोध करने के लिए यह अनुदान मिला है।इसी क्रम में इंजीनियरिंग संकाय के गणित विभाग के डॉक्टर सुशील शुक्ला को विभिन्न कनेक्शनों के साथ कांपलेक्स और कांटेक्ट मैनीफोल्ड के गुणों का अध्ययन करने के लिए यह शोध अनुदान प्रदान किया गया है।


इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने तीनों शिक्षकों को बधाई दी तथा यह उम्मीद जताई कि विज्ञान क्षेत्र में पूर्वांचल विश्वविद्यालय विश्व पटल पर अपनी पहचान स्थापित करेगा। इस अवसर पर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह ने अनुदान प्राप्त करने वाले शिक्षकों का अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रो बीबी तिवारी, प्रो मानस पांडेय, प्रो वंदना राय, प्रो राम नरायन, प्रो अजय द्विवेदी, डा मनोज मिश्र, डा सुनील कुमार, डॉ. अजीत सिंह, डा मिथिलेश यादव, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, डा नीरज अवस्थी, डा सुजीत चौरसिया, संदीप वर्मा, डॉ. दिनेश वर्मा, डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. काजल डे, डॉ. अलोक वर्मा, शशिकांत यादव, रामांशु सिंह समेत विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों ने बधाई दिया।