अजय जायसवाल
गोरखपुर। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अंतर्गत गांवों में निर्मित शौचालयों की जियो टैगिंग भारत सरकार के वेबसाइट पर 80 प्रतिशत से कम जिवो-टैग वाले विकास खण्डों के सहायक विकास अधिकारियों व प्रभारी सहायक विकास अधिकारी तथा 55 ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिव द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष कम जियो टैग करना पाया गया है। ऐसे सहायक विकास अधिकारी ग्राम सचिवों को घोर लापरवाही पाया गया जो अपने दायित्वों का पूर्ण रूप से निर्वहन नहीं कर पाये।
ऐसे लापरवाह कर्मियों का तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश। जिला पंचायत राज अधिकारी की प्रस्तुत संतृप्ति रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह सहायक ग्राम पंचायत अधिकारियों में बहादुर प्रसाद प्रभारी खोराबार, परमात्मा प्रसाद पांडेय खजनी, अरविंद सिंह पिपरौली कौड़ीराम, संजय पांडेय प्रभारी, अमित चौधरी प्रभारी, तनवीर अशरफ अंसारी प्रभारी ब्रह्मपुर बेलघाट, राजेंद्र गुप्ता, अजय सिंह तथा 55 ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन बाधित करने का जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर को  निर्देशित किया कि उपरोक्त सहायक विकास अधिकारी व 55 ग्राम पंचायत सचिव 10 जून तक शौचालयों का निर्माण शत-प्रतिशत पूर्ण कराकर जियो टैग कराना सुनिश्चित करें। जियो टैग पूर्ण होने के उपरांत भारत सरकार की वेबसाइट पर प्रदर्शित रिपोर्ट के अनुसार जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा प्रस्तुत संतृप्ति रिपोर्ट के आधार पर सम्बन्धित  कार्मिक के वेतन आहरण की अनुमति प्रदान की जाएगी। अगर 10 जून तक शत-प्रतिशत जियो टैग नहीं होना पाया गया तो ऐसे लापरवाह कार्मिकों सहायक विकास अधिकारियों व ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा।






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