अमेठी: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुसाफिरखाना में दिखा समस्याओं का अम्बार | #AAPKIUMMID
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आदित्य बरनवाल
अमेठी। जहां पूरा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचने की जद्दोजहद में लगा है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरे देश की जनता ने कर्फ्यू का स्वागत करते हुए पूर्ण रूप से समर्थन किया, वहीं अमेठी के तहसील मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुसाफिरखाना में दवा वितरण कक्ष से लेकर ओपीडी लैब व वार्डों में गन्दगी का अम्बार है।
वाशबेसिन तक में गंदकी का दिखाई पड़ा अम्बार। एक चिकित्सक ने नाम न उजागिर करने की शर्त पर बताया कि मास्क की कमी है। स्टाप के लिये भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है जबकि मास्क की अवधि मात्र 6 घण्टे की होती है।
वहीं सेनेटाइजर की कोई व्यवस्था अस्पताल में नहीं है। किसी भी वाशबेसिन के पास हैंडवाश नहीं था। वार्ड के शौचालय व वाशबेसिन भी गन्दगी से मच्छरों के लिए आरामगाह बन गये जबकि अस्पताल के वार्ड में राम आसरे 60 वर्ष निवासी नयाकोट धरौली को उल्टी दस्त-के चलते उपचार के लिए एडमिट किया गया था।
अमेठी। जहां पूरा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचने की जद्दोजहद में लगा है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरे देश की जनता ने कर्फ्यू का स्वागत करते हुए पूर्ण रूप से समर्थन किया, वहीं अमेठी के तहसील मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुसाफिरखाना में दवा वितरण कक्ष से लेकर ओपीडी लैब व वार्डों में गन्दगी का अम्बार है।
वाशबेसिन तक में गंदकी का दिखाई पड़ा अम्बार। एक चिकित्सक ने नाम न उजागिर करने की शर्त पर बताया कि मास्क की कमी है। स्टाप के लिये भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है जबकि मास्क की अवधि मात्र 6 घण्टे की होती है।
वहीं सेनेटाइजर की कोई व्यवस्था अस्पताल में नहीं है। किसी भी वाशबेसिन के पास हैंडवाश नहीं था। वार्ड के शौचालय व वाशबेसिन भी गन्दगी से मच्छरों के लिए आरामगाह बन गये जबकि अस्पताल के वार्ड में राम आसरे 60 वर्ष निवासी नयाकोट धरौली को उल्टी दस्त-के चलते उपचार के लिए एडमिट किया गया था।