अम्बेडकरनगर: जिला अस्पताल में शव वाहनों का पहिया चलने में दिखा बजट का अभाव | #AAPKIUMMID
AAP KI UMMID | For Advertising Contact- 8081732332
ओमकार सिंह
अम्बेडकरनगर। जिला अस्पताल में सरकारी शव वाहनों में डीजल नहीं रहता है जिसके चलते आये दिन समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसपी गौतम का कहना है कि सरकार के यहां से हमारे यहां बजट ही नहीं आता है और अस्पताल बजट के अभाव में वैसे भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज जिला अस्पताल में परेशान रहते हैं। अस्पताल में दुर्व्यवस्थाओं को लेकर मरीज सहित तीमारदार जूझते हैं।
अस्पताल प्रशासन डीजल के अभाव में शव को पहुंचाने में असमर्थता जताता है तो वहीं वाहन चालक भी डीजल के अभाव में परेशान रहते हैं। देर रात दुर्घटना में हुई मौतों ने शव वाहनों का कारनामा खोला। आए दिन जिला चिकित्सालय में कहीं न कहीं से मरीजों को मुश्किलों का सामना उठाना पड़ता है। कभी दवा को लेकर तो कभी डाक्टरों को लेकर तो कभी डीजल के अभाव में। शव वाहन चालक ने शव ले जाने से मना कर दिया।
जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता अनिल मिश्रा ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से किया जिस पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फटकार लगायी।, हरकत में आये सीएमओ अशोक कुमार का कहना है कि अगर ऐसा हुआ है तो उसकी जांच कर कार्यवाही की जायेगी।
वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसपी गौतम का कहना है कि उनके यहां अगर बजट नहीं है तो क्या करें। फिलहाल इसको लेकर गम्भीर अनिल मिश्र ने जिला अस्पताल की लापरवाही का समाधान न होने पर आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दे डाली।
अम्बेडकरनगर। जिला अस्पताल में सरकारी शव वाहनों में डीजल नहीं रहता है जिसके चलते आये दिन समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसपी गौतम का कहना है कि सरकार के यहां से हमारे यहां बजट ही नहीं आता है और अस्पताल बजट के अभाव में वैसे भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज जिला अस्पताल में परेशान रहते हैं। अस्पताल में दुर्व्यवस्थाओं को लेकर मरीज सहित तीमारदार जूझते हैं।
अम्बेडकरनगर के जिला अस्पताल में डीजल के अभाव में खड़ा शव वाहन। |
जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता अनिल मिश्रा ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से किया जिस पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फटकार लगायी।, हरकत में आये सीएमओ अशोक कुमार का कहना है कि अगर ऐसा हुआ है तो उसकी जांच कर कार्यवाही की जायेगी।
वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसपी गौतम का कहना है कि उनके यहां अगर बजट नहीं है तो क्या करें। फिलहाल इसको लेकर गम्भीर अनिल मिश्र ने जिला अस्पताल की लापरवाही का समाधान न होने पर आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दे डाली।