जौनपुर। शाहगंज थाना क्षेत्र के अपहरण के मुकदमें में आरोप है कि एक माह पूर्व पुलिस ने पीड़िता को बरामद कर लिया है। लेकिन वह उसे कोर्ट के समक्ष पेश नहीं कर रही है और न जानकारी दे रही है कि वह कहां है। कोर्ट द्वारा बार-बार कोतवाल से इस बाबत रिपोर्ट मांगी गई। लेकिन उन्होंने रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं किया। कोर्ट ने कोतवाल शाहगंज को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया। पीड़िता की मां ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।

पीड़िता की मां ने एसीजेएम द्वितीय कोर्ट में दरखास्त दिया कि उसकी पुत्री को अंकेश एवं रमेश 26 जुलाई 2019 को बहला फुसलाकर भगा ले गए। आरोपितों के खिलाफ शाहगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। एक माह पहले पुलिस ने उसे बरामद किया। लेकिन उसे व उसके परिवार वालों को कोई सूचना नहीं दिया। जब वह थाना शाहगंज गई तो पुलिस ने बताया कि लड़की महिला थाने में है। जब वह महिला थाने पहुंची तो वहां महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि न्यायालय गई है।
न्यायालय आने पर पुत्री के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तब से वह थाना व कोर्ट के चक्कर काट रही है। लेकिन उसकी लड़की का कुछ अता पता नहीं है। 19 अगस्त को उसने कोर्ट में ही अपनी लड़की की सुपुर्दगी के लिए प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें कोर्ट द्वारा बार-बार आख्या मांगी गई। एक माह से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन न तो आरोपित गिरफ्तार किए गए न उसकी लड़की का कोई पता चला। पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। आदेश के बावजूद रिपोर्ट न देने पर कोर्ट ने कोतवाल शाहगंज से जवाब तलब किया।



DOWNLOAD APP