जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान के रिसर्च एवं इनोवेशन सेण्टर में संयुक्त स्वयं क्षीर प्रोडक्शन कम्पनी द्वारा विश्व दुग्ध दिवस पर शनिवार को शुद्ध दूध के उत्पादन एवं खपत के लिये जन जागरूकता कार्यक्रम किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. डा. राजाराम यादव ने कहा कि दूध ही नहीं, बल्कि प्रत्येक चीज में मिलावट एक गम्भीर समस्या है।
जौनपुर के पूविवि में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित
कुलपति प्रो. राजाराम यादव सहित अन्य लोग।
विशिष्ट अतिथि कुलसचिव सुजीत जायसवाल ने कहा कि दुग्ध दिवस की थीम ड्रिंक मिल्क टूडे एण्ड एवरी डे है। इस थीम को सुनने और विचार करने के बाद मन में कई तरह के सवाल उठने लगते हैं। विशिष्ट अतिथि जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. मनोज मिश्र ने कहा कि आयुर्वेद में तरह-तरह के जानवरों के दूध से रोगों का उपचार होता है। महाकवि घाघ ने 12 महीने के खानपान का चित्रण करते हुये कहा है कि जो नित्य शुद्ध गाय के दूध का सेवन करता है, उसे चिकित्सक की कम जरूरत पड़ती है।
कम्पनी के प्रबंध निदेशक राजारत्नम ने कहा कि हमारी संस्था महिलाओं को गाय पालने के लिये देती है, क्योंकि महिलाओं की भावना पशुओं से जुड़ी होती है और वह उनका सेवा भाव से पालन करती है। इसके बाद ग्रामीण इलाकों से आये पशुपालक प्रेरकों को कुलपति ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। विषय प्रवर्तन डा. विनय वर्मा ने किया।
कार्यक्रम का संचालन डा. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया। अन्त में डा. सुनील कुमार ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डा. प्रमोद यादव, डा. राजकुमार, डा. विवेक पाण्डेय, डा. नृपेन्द्र सिंह, डा. राजीव कुमार, आशुतोष सिंह आदि उपस्थित रहे।




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