सिकरारा, जौनपुर। एक कहावत है ,गए थे रोजा छोड़ने नमाज गले लग गई। कुछ ऐसा ही हुआ गोनापार के शमीम के साथ जिसे गुरुवार को फर्जी आईडी के कारण पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मंगलवार को क्षेत्र के गोनापार गांव में शमीम पुत्र शोकत अली का विवाद पड़ोस के शरीफ पुत्र लाल मोहम्मद से हो गया। सूचना पर डायल 100 पुलिस गई तो शमीम ने पुलिस को बताया कि वह बीएसएफ का असिस्टेंट कमांडेंट है। वह अपने पद का धौंस जमाते हुए प्रतिवादी के खिलाफ एक तरफा कार्यवाही का दबाव डालने लगा। अंततः दोनों पक्षों को थाने लाया गया। थाने पर शमीम के संदिग्ध हाव भाव को देखते हुए थानाध्यक्ष संजीव सिंह ने उसकी विभाग संबंधी जानकारी लेना शुरू किया तो वह बार-बार अपना बयान बदलने लगा।
फर्जी आईडी कार्ड को लेकर पुलिस द्वारा थाने में कड़ाई से पूछ ताछ की गई तो उसने बताया कि वह 2015 में बीएसएफ में था लेकिन ट्रेनिंग के बाद एक विवाद के कारण उसे बर्खास्त कर दिया गया। दो दिन तक उससे जांच पड़ताल की गई। अंततः गुरुवार को उसका शांति भंग में पुलिस ने चालान कर दिया गया।




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