• आइडियल जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने तमाम हस्तियों को किया सम्मानित

जौनपुर। उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर ‘हिन्दी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां‘ विषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता समूह सम्पादक कैलाशनाथ ने किया। मुख्य अतिथि बीएचयू के प्रो. आर.एन. त्रिपाठी एवं विशिष्ट अतिथि जूरी मेम्बर डा. दिलीप सिंह व डा. मनोज मिश्र विभागाध्यक्ष पत्रकारिता एव जनसंचार विभाग पूर्वांचल विश्वविद्यालय रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
तत्पश्चात् जिलाध्यक्ष विजय प्रकाश मिश्र ने अभ्यागतों का स्वागत करते हुये हिन्दी पत्रकारिता की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। कामरेड जय प्रकाश सिंह एडवोकेट ने कहा कि हिन्दी साहित्य का पत्रकारिता में बड़ा योगदान है। इसी का परिणाम है कि आज हिन्दी पत्रकारिता यत्र-तत्र-सर्वत्र हिन्दुस्तान में हिन्दी राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त करने की क्षमता हासिल कर चुकी है। सम्पादक साजिद ने कहा कि अखबार निकालना जितना आसान है, चलाना उतना ही मुश्किल है। डा. दिलीप सिंह ने कहा कि कलम की ताकत के आगे न कोई ताकत टिकी है और न ही टिकेगी। सम्पादक जय प्रकाश मिश्र ने कहा कि पूरी दुनिया में हिन्दी पत्रकारिता का महत्व बढ़ा है जो गर्व की बात है।
जौनपुर के पचोखर में आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते पूविवि के
पत्रकारिता विभागाध्यक्ष डा. मनोज मिश्र एवं उपस्थित अन्य अतिथिगण।
सम्पादक आदर्श कुमार ने हिन्दी पत्रकारिता के 193 साल पुराने इतिहास पर प्रकाश डाला। इसके अलावा विभागाध्यक्ष डा. मनोज मिश्र, कार्यक्रम अध्यक्ष कैलाशनाथ सहित अन्य वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया। संचालन डा. यशवंत सिंह ने किया। अन्त में महामंत्री संतोष संोंथालिया ने आभार जताया। इस अवसर पर कैलाशनाथ मिश्र, प्रेम प्रकाश मिश्र, डा. ज्ञान प्रकाश सिंह, नौशाद अली, अरूण यादव, चन्द्र प्रकाश तिवारी, रियाजुल हक, संजय शुक्ला, मंगला प्रसाद तिवारी, सुशील स्वामी, सूरज साहू, संतोष श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
इसी क्रम में जनपद के मड़ियाहूं मार्ग पर स्थित पचोखर में आइडियल जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के बैनर तले गोष्ठी हुई जहां मुख्य अतिथि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग अध्यक्ष डा. मनोज मिश्र एवं विशिष्ट अतिथि नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष दिनेश टण्डन, प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी, इजा के राष्ट्रीय संरक्षकद्वय डा. सीडी सिंह, श्याम नारायण पाण्डेय, दिल्ली प्रदेश सचिव डा. राजेश जैन, जूरी जज डा. दिलीप सिंह, टीडी इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डा. वीरेन्द्र प्रताप सिंह, मेहरावां इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डा. प्रमोद सिंह, पचोखर इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य राजेश मिश्रा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वांचल विश्वविद्यालय विधि विभाग के पूर्व डीन डा. पीसी विश्वकर्मा ने किया जहां मुख्य अतिथि डा. मिश्रा ने कहा कि आज की प्रिण्ट मीडिया के समक्ष सोशल मीडिया द्वारा अनेक चुनौतियां हैं परंतु समाचार पत्रों की विश्वसनीयता आज भी पहले ही जैसी है।
पूर्व अध्यक्ष श्री टण्डन ने कहा कि आज के युग में स्वच्छ एवं निष्पक्ष होकर पत्रकारिता करना चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है। प्रोफेसर त्रिपाठी ने 30 मई 1826 को प्रकाशित हिन्दी समाचार पत्र उदंत मार्तंड को इतिहास का धरोहर बताया। इसके अलावा इजा के संरक्षक श्याम नारायण पाण्डेय, कार्यक्रम अध्यक्ष डा. पीसी विश्वकर्मा सहित अन्य वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन से हुई जिसके बाद आजमगढ़ के महासचिव संजय पाण्डेय द्वारा भोजपुरी में मां सरस्वती की वंदना की गयी।
इस अवसर पर आजमगढ़ के संरक्षक राजेन्द्र प्रसाद राय, जिलाध्यक्ष अजय मिश्रा, बृजभान विश्वकर्मा, प्रेम मोहन अग्रहरि, दुर्गेश मिश्रा, नवीन सिह, सुनील दुबे, जिलाध्यक्ष फैजाबाद डा. तनवीर अहमद, जिलाध्यक्ष अम्बेडकरनगर अनिल शुक्ला, जिलाध्यक्ष जौनपुर महिला मोर्चा अंजू पाठक, चमन जैन, डा. अनिल दुबे आजाद, डा. हरिश्चन्द्र यादव, मारकण्डेय तिवारी, राम नारायण दुबे, गिरजा शंकर मिश्रा, सुशील स्वामी, सुधीर गुप्ता आदि उपस्थित रहे। इस दौरान जौनपुर जिलाध्यक्ष आद्या प्रसाद सिंह ने समस्त अतिथियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह के साथ सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन इजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रमोद वाचस्पति ने किया। अन्त में आयोजक डा. आरपी विश्वकर्मा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।




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