जौनपुर। मछलीशहर कोतवाली कार्यालय के सामने जौनपुर-रायबरेली हाइवे पर स्थित राम जानकी शंकर भगवान मंदिर की भूमि को लेकर विवाद गहरा गया है। तहसील प्रशासन ने जमीन की बाउंड्री अपनी देखरेख में कराने का निर्णय लिया है। उक्त मंदिर की देखरेख नगर के बाबूलाल करते थे। उनकी मृत्यु के बाद मंदिर की देखरेख करने वाला कोई कानूनी वारिस नहीं रहा। बाउंड्री न होने के कारण जमीन पर अतिक्रमण होने लगा तो स्थानीय लोगों ने बैठक कर ट्रस्ट बनाकर बाउंड्री बनाने का निर्णय लिया।
यह जानकारी जब बजरंगदल के लोगों को हुई तो वे यह कहते हुए विरोध करने लगे कि ट्रस्टी द्वारा मंदिर की जमीन पर कमरा बनवा कर कब्जा करने की योजना है। मामला ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश के पास पहुंचा। तहसील परिसर में दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट ने सभी से मौके पर पहुंचने की बात कही।

उन्होंने स्वयं मंगलवार को स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के बाद ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट ने सभी की बात सुनी और इसी दौरान शक्ति वाहिनी काशी प्रान्त की संयोजिका विभा मिश्रा भी पहुंच गई। बजरंग दल के साथ मिलकर निर्माण कार्य करने का विरोध करने लगी। मौके पर पहुचे ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश,सीओ विजय सिंह, तहसीलदार केके मिश्रा की मौजूदगी में मंदिर परिसर की जमीन की नाप कराकर निशानदेही की गई। मंदिर की बाउंड्री तहसील प्रशासन द्वारा बनवाने का निर्णय लेते हुए विबाद को समाप्त कर दिया।
ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश का कहना है कि मंदिर की जमीन बेश कीमती है। इसका कोई अधिकृत वारिस न होने से अतिक्रमण का अंदेशा है। तहसील प्रशासन स्वतः मंदिर की जमीन पर नगरवासियों के सहयोग से बाउंड्री बनवायेगा। इस मौके पर शक्ति वाहिनी संयोजिका विभा मिश्रा, राकेश जायसवाल, कृपाशंकर श्रीवास्तव, सुरेंद्र विक्रम सिंह, शत्रुधन जायसवाल, सुनील जायसवाल, राजकुमार पटवा, वीरेंद्र मौर्या, सन्तोष यादव आदि मौजूद रहे।




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