• बार से निष्कासन व रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की मांग

जौनपुर। दीवानी न्यायालय के पदाधिकारी की उपस्थिति में पूर्व शासकीय अधिवक्ता द्वारा किसी सभा में भाषण के दौरान कुछ जातियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने बार के अध्यक्ष को संबोधित प्रार्थना पत्र सौंपा। जिसमें बार के अध्यक्ष से मांग की गई है कि साधारण सभा की बैठक बुलाकर दोनों अधिवक्ताओं को संघ से निष्कासित किया जाए और बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश को सूचना दी जाए। यही नहीं दोनों लोगों का लाइसेंस निरस्त कराया जाए।

काफी संख्या में अधिवक्ताओं ने हस्ताक्षर युक्त प्रार्थना पत्र संघ के अध्यक्ष को संबोधित करते हुए उल्लेख किया है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें संघ के पदाधिकारी एक सभा की अध्यक्षता कर रहे थे और पूर्व शासकीय अधिवक्ता भाषण दे रहे थे। जिसमें कुछ जातियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए। इससे अधिवक्ताओं में बहुत क्षोभ है। दोनों अधिवक्ताओं ने जातीय उन्माद फैलाने का कार्य किया जो संघ की मर्यादा के विपरीत है। अधिवक्ता समाज को नई दिशा देता है जिस पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
संघ की मर्यादा व एकजुटता बनी रहने के लिए बैठक का निर्णय लिया जाना आवश्यक है। इस मामले को लेकर मंगलवार को अधिवक्ता काफी आक्रोशित थे। संघ के पदाधिकारी से बाताकही भी हुई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन वकीलों के आक्रोश को देखते हुए वापस लौट गई।




DOWNLOAD APP