जौनपुर। एक मीटिंग में भाषण के वायरल वीडियो में जातिगत टिप्पणी को लेकर दीवानी बार के मंत्री बरसातू राम व पूर्व डीजीसी फौजदारी राकेश यादव को साधारण सभा की बैठक में निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया गया।मंत्री का कार्यभार संयुक्त मंत्री अरविंद तिवारी को सौंपने का निर्देश दिया गया।
दीवानी बार के अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष बृजनाथ पाठक को हस्ताक्षर युक्त प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में बार के मंत्री बरसातू राम एक सभा की अध्यक्षता कर रहे थे और पूर्व शासकीय अधिवक्ता राकेश यादव भाषण दे रहे थे जिसमें कुछ जातियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए इससे अधिवक्ताओं में बहुत क्षोभ है।दोनों अधिवक्ताओं को संघ से निष्कासित करने की मांग की गई।

साधारण सभा की बैठक हुई।बैठक प्रारंभ होते ही मंत्री बरसातू के मंचासीन होते ही कुछ अधिवक्ता आक्रोशित हो उठे।काफी देर हंगामे के बाद मंत्री को मंच से हटाया गया और कार्रवाई जारी हुई। अधिवक्ताओं का कहना था कि जब मंत्री पर ही आरोप है तो वह मंचासीन कैसे हो सकते हैं।अधिवक्ताओं ने कहा कि दोनों लोगों ने घोर निंदनीय कार्य कर बार की गरिमा को ठेस पहुंचाया। जातीय उन्माद फैलाने का कार्य किया जो संघ की मर्यादा के विपरीत है। अधिवक्ता समाज को नई दिशा देता है जिस पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
संघ की मर्यादा व एकजुटता बनी रहने के लिए दोनों लोगों का निष्कासन आवश्यक है। हंगामे के आसार को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल परिसर में तैनात रही। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष बृजनाथ पाठक और संचालन संयुक्त मंत्री अरविंद तिवारी ने किया।




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