जौनपुर। नगर के खासनपुर में वरिष्ठ समाजसेवी रामचरन प्रजापति के निधन पर प्रजापति समाज में शोक की लहर फैल गयी। वह मूलरूप से नगर के कलीचाबाद के निवासी थे। वे बाल्यावस्था में जौनपुर में रेवड़ी- पपड़ी के व्यापार की बुनियाद रखने वाले स्व. बिपतराम प्रजापति के सबसे बड़े भतीजे थे वे अपनी चाचा स्व. बिपतराम प्रजापति के साथ जौनपुर अटाला मस्जिद से रेवड़ी-पपड़ी बनाने का कार्य प्रारम्भ किया।

भारतीय प्रजापति शीर्षक सुधारक संत राम सुभीख प्रजापति को दादा जी कहकर आशीर्वाद लिया करते थे। स्व. रामचरन प्रजापति परिश्रम वह लगन से जौनपुर में रेवड़ी- पपड़ी व्यापार की दुनिया में अपनी पहचान बनाई आज जौनपुर के अलावा अन्य जनपदों, प्रांतों में इनके ही परिवार के लोग रेवड़ी-पपड़ी व्यापार में अपना परचम लहरा रहे हैं। स्व. रामचरन प्रजापति अखिल प्रजापति कुम्भकार समाज के प्रदेश महासचिव महेन्द्र प्रजापति चचेरे बड़े भाई थे। स्व. रामचरन प्रजापति का अंतिम संस्कार नगर के रामघाट पर किया गया। मुखाग्नि छोटे पुत्र राजकुमार प्रजापति ने दिया।
लोगों ने बड़े पुत्र जितेंद्र प्रजापति उर्फ राजू को सांत्वना दी। इस शोक घड़ी पर सभासद किरन प्रजापति, सभासद नंदलाल यादव, पूर्व सभासद बसंत प्रजापति, डा. भगवान दास, डा. राजबहादुर, आशीष साहू, अरुण शर्मा, शशांक सिंह रानू, अमित साहू, आशीष साहू, पिंटू माली, आशीष जायसवाल, एलआईसी अमित जायसवाल, फिरतू साहू, मटरु  प्रजापति, लौटू प्रजापति, कालीचरन प्रजापति, राजेंद्र प्रजापति, गोरख, जोगेंद्र, प्रकाश, माया प्रजापति, अलगू प्रजापति, मनोज, रत्नेश प्रजापति एडवोकेट, बबलू राजपूत, ओमप्रकाश कल्लू सहित कई लोग मौजूद रहे।




DOWNLOAD APP