जौनपुर: स्वयं की पहचान ही ब्रह्मनुभूति हैः प्रो. एस.एल. | #AAPKIUMMID
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जौनपुर। जिसे परम अस्तित्व की पहचान हो जाती है, वह संसार में खाली हाथ आता जरूर है लेकिन खाली हाथ कभी जाता नहीं है, क्योंकि उसके पास ज्ञान की दौलत होती है। स्वयं की पहचान ही ब्रह्मनुभूति है।
उक्त उद्गार मुफ्तीगंज, हनुआडीह व लखमापुर में उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये शिमला (हिमाचल प्रदेश) से आये केन्द्रीय ज्ञान प्रचारक प्रो. एस.एल. सूद ने व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि आज समय के सतगुरू, सतगुरू माता सुदीक्षा सविन्दर हरदेव जी महाराज समस्त मानव जाति को ब्रह्मनुभूति कराकर जन्म मरन के चक्र से मुक्त कर रही हैं।
इस अवसर पर रामबचन यादव, श्रीमती अनजना, उदय नारायण जायसवाल, शेरेमल, रमाशंकर, राजेश, सोना जायसवाल, ओम प्रकाश यादव, अरूण कुमार, विरेन्द्र, मेवा लाल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन उमेश विश्वकर्मा ने किया।
उक्त उद्गार मुफ्तीगंज, हनुआडीह व लखमापुर में उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये शिमला (हिमाचल प्रदेश) से आये केन्द्रीय ज्ञान प्रचारक प्रो. एस.एल. सूद ने व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि आज समय के सतगुरू, सतगुरू माता सुदीक्षा सविन्दर हरदेव जी महाराज समस्त मानव जाति को ब्रह्मनुभूति कराकर जन्म मरन के चक्र से मुक्त कर रही हैं।
इस अवसर पर रामबचन यादव, श्रीमती अनजना, उदय नारायण जायसवाल, शेरेमल, रमाशंकर, राजेश, सोना जायसवाल, ओम प्रकाश यादव, अरूण कुमार, विरेन्द्र, मेवा लाल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन उमेश विश्वकर्मा ने किया।