जौनपुर: मंदिर के पुजारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत | #AAPKIUMMID
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मड़ियाहूं, जौनपुर। कोतवाली क्षेत्र के जौगीपुर गांव स्थित राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी महंत रामदास 75 वर्ष की बीती रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी दोपहर में होने पर सभी मंदिर परिसर में पहुंच गए सूचना पर पहुंची पुलिस परिजनों के आने का इंतजार कर रही है।
क्षेत्र के जौंगीपुर गांव में राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी महंत रामदास 75 वर्ष मूल रूप से ग्राम सुनहरा थाना कृष्णा नगर लखनऊ के रहने वाले थे वह लगभग 40 वर्ष पूर्व राधा कृष्ण मंदिर पर आए और यहीं रहकर मंदिर व उसकी संपत्ति की देखभाल करने लगे। 15 दिन पूर्व वह एक दिन के लिए किसी शिष्य के यहां चले गए थे। तभी मंदिर में राधा की अष्ट धातु की मूर्ति चोर चुरा ले गए थे। उक्त चोरी की घटना से वे काफी व्यथित चल रहे थे।
मंदिर परिसर में महंत अकेले रहते थे। सेवक नंदलाल मंदिर की साफ सफाई, जानवरों को चारा आदि खिलाता था। वह मंदिर के बाहर बने कमरे में रहता था। उसने बताया कि सुबह जब उसने दरवाजा खोला तो देखा महंत जी उठे नहीं थी। हिलाकर देखा तो वह मृत पड़े थे। वह घबरा गया और ग्रामीणों को सूचना न देकर उनके शिष्यों व परिजनों को फोनकर बताया। जब शिष्य लोग दोपहर मंदिर में पहुंचने लगे तब ग्रामीणों को जानकारी हुई।
शिष्य राम मूरत ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस द्वारा जांच पड़ताल में कोई चोट के निशान नहीं पाए गये। ग्राम प्रधान चन्द्रभान यादव का कहना है कि महन्त जी को एक बार दिल का दौरा पडा़ था।
क्षेत्र के जौंगीपुर गांव में राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी महंत रामदास 75 वर्ष मूल रूप से ग्राम सुनहरा थाना कृष्णा नगर लखनऊ के रहने वाले थे वह लगभग 40 वर्ष पूर्व राधा कृष्ण मंदिर पर आए और यहीं रहकर मंदिर व उसकी संपत्ति की देखभाल करने लगे। 15 दिन पूर्व वह एक दिन के लिए किसी शिष्य के यहां चले गए थे। तभी मंदिर में राधा की अष्ट धातु की मूर्ति चोर चुरा ले गए थे। उक्त चोरी की घटना से वे काफी व्यथित चल रहे थे।
मंदिर परिसर में महंत अकेले रहते थे। सेवक नंदलाल मंदिर की साफ सफाई, जानवरों को चारा आदि खिलाता था। वह मंदिर के बाहर बने कमरे में रहता था। उसने बताया कि सुबह जब उसने दरवाजा खोला तो देखा महंत जी उठे नहीं थी। हिलाकर देखा तो वह मृत पड़े थे। वह घबरा गया और ग्रामीणों को सूचना न देकर उनके शिष्यों व परिजनों को फोनकर बताया। जब शिष्य लोग दोपहर मंदिर में पहुंचने लगे तब ग्रामीणों को जानकारी हुई।
शिष्य राम मूरत ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस द्वारा जांच पड़ताल में कोई चोट के निशान नहीं पाए गये। ग्राम प्रधान चन्द्रभान यादव का कहना है कि महन्त जी को एक बार दिल का दौरा पडा़ था।