मिर्जापुर: बारजा व छत पर मौत देख दरवाजों पर लटका ताला | #AAPKIUMMID
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अनेश कुमार
मिर्जापुर। बिजली विभाग की लापरवाही से नगर के टंडनपुरी कालोनी में सैकड़ों परिवार मौत के साये में जीवन गुजारने को विवश हैं। मौत की दहशत इस कदर है कि दिन हो या रात तमाम लोग अपने घर की छत या बारजे पर नहीं जाते। वहां जाने वाले रास्ते पर लगे दरवाजे पर अनहोनी की आशंका में ताला जड़ दिया गया है। मौत का नाम है हाईटेंशन तार। जो कही छत पर तो कही बारजे पर लटकते हुए काल का बिना घन्टी बजाये काल कह रहा है। सिर पर लहराते हाईटेंशन रूपी मौत से बचाने की गुहार कई दशक से लोग लगाते हुये कालोनीसी थक गए हैं। उन्हें इस बात का विश्वास है कि आखिर कुम्भकर्णी निद्रा में लीन बिजली विभाग के अधिकारियों की नींद कभी तो जागरूक जन प्रतिनिधि की पहल पर टूटेगी।
नगर के दक्षिण भाग में बथुआ रोड पर स्थित टण्डन पुरी कालोनी बढ़ती आबादी के साथ विकास करता गया। कालोनी में करीब दो सौ मकान है। मध्य से गुजरे हाई टेंशन वास्तव में कालोनी वासियों के लिए टेंशन बन गया है। वह भी तब जब उस टेंशन से लोगों को उबारने के लिए लाखों की लागत खर्च करके भूमिगत तार डाला जा चुका है। उसे बस जोड़ कर सिर के ऊपर से गुजरने वाले तार को विच्छेदित करके तार समेटने और पोल उखड़वाने का काम शेष रह गया है।
विभागीय उदासीनता के कारण सरकारी धन में से लाखों रुपये खर्च होने के बादभी समस्या का समाधान न होना लापरवाही का जीता जागता नमूना है। गत दीपावली पर एक परिवार को बारजे पर झालर लगाना महंगा पड़ गया था। हाईटेंशन तार के चलते पूरे घर के बिजली उपकरण फूंक गया था। कुम्भकर्णी निद्रा में लीन अधिकारियों को जगाने के लिए बार बार पत्र व्यवहार करने के बाद भी उनके कान पर जू तक न रेंगना जांच का विषय बनता जा रहा है।
मिर्जापुर। बिजली विभाग की लापरवाही से नगर के टंडनपुरी कालोनी में सैकड़ों परिवार मौत के साये में जीवन गुजारने को विवश हैं। मौत की दहशत इस कदर है कि दिन हो या रात तमाम लोग अपने घर की छत या बारजे पर नहीं जाते। वहां जाने वाले रास्ते पर लगे दरवाजे पर अनहोनी की आशंका में ताला जड़ दिया गया है। मौत का नाम है हाईटेंशन तार। जो कही छत पर तो कही बारजे पर लटकते हुए काल का बिना घन्टी बजाये काल कह रहा है। सिर पर लहराते हाईटेंशन रूपी मौत से बचाने की गुहार कई दशक से लोग लगाते हुये कालोनीसी थक गए हैं। उन्हें इस बात का विश्वास है कि आखिर कुम्भकर्णी निद्रा में लीन बिजली विभाग के अधिकारियों की नींद कभी तो जागरूक जन प्रतिनिधि की पहल पर टूटेगी।
नगर के दक्षिण भाग में बथुआ रोड पर स्थित टण्डन पुरी कालोनी बढ़ती आबादी के साथ विकास करता गया। कालोनी में करीब दो सौ मकान है। मध्य से गुजरे हाई टेंशन वास्तव में कालोनी वासियों के लिए टेंशन बन गया है। वह भी तब जब उस टेंशन से लोगों को उबारने के लिए लाखों की लागत खर्च करके भूमिगत तार डाला जा चुका है। उसे बस जोड़ कर सिर के ऊपर से गुजरने वाले तार को विच्छेदित करके तार समेटने और पोल उखड़वाने का काम शेष रह गया है।
विभागीय उदासीनता के कारण सरकारी धन में से लाखों रुपये खर्च होने के बादभी समस्या का समाधान न होना लापरवाही का जीता जागता नमूना है। गत दीपावली पर एक परिवार को बारजे पर झालर लगाना महंगा पड़ गया था। हाईटेंशन तार के चलते पूरे घर के बिजली उपकरण फूंक गया था। कुम्भकर्णी निद्रा में लीन अधिकारियों को जगाने के लिए बार बार पत्र व्यवहार करने के बाद भी उनके कान पर जू तक न रेंगना जांच का विषय बनता जा रहा है।