जौनपुर। शहर के जोगियापुर स्थित लालजी चित्र मंदिर के पास गोमती नदी के किनारे भारी मात्रा में डंप किए गए थर्माकोल में मंगलवार को सुबह करीब साढ़े दस बजे आग लग गई। थर्माकोल में लगी आग से उठ रहा धुआं आधे शहर में गूंज उठा।
आसमान में काफी उंचाई तक धुएं का गुबार देख एक बारगी लोग किसी अनहोनी की आशंका में सहम गए। दो से तीन किलोमीटर दूर से भी लोग भागकर मौके पर पहुंचे। जिन इलाकों में धुआं गूूंज रहा था वहां के लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई। फायर ब्रिगेड की मदद से ढाई घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। आस पास के 12 से अधिक हरे पेड़ भी झुलस गए। इस दौरान ओलंदगंज से कचहरी तक आधे घंटे तक जाम लगा रहा।

जोगियापुर मोहल्ले में ही मछली का बाजार लगता है। यहां बाजार में कोलकाता से बड़े पैमाने पर ट्रक से मछलियां मंगाई जाती हैं। मछलियों को थर्माकोल से बने फ्रीजर में रखकर मंगाया जाता है। करीब चार ट्रक से अधिक मात्रा में थर्माकोल लालजी चित्र मंदिर के पीछे गोमती के किनारे डंप किया गया था। सुबह करीब साढ़े दस बजे न मालूम कैसे थर्माकोल में आग लग गई। यहां से उठ रहे काले धुएं का गुबार आसमान में काफी उंचाई तक गूंजने लगा।
पछुआ हवा के चलते धुआं जोगियापुर के अलावा गोमती नदी के उत्तरी इलाके में बलुआघाट, चकप्यार अली, सिपाह, शाही किला, रास मंडल, खासनपुर, आदि घनी आबादी वाले इलाकों में गूंजने लगा। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिल काले धुएं का इतना घना गुबार आसमान में कहां से उठ रहा है। लोगों को लगा कि कोई बड़ा हादसा शहर में हुआ है। आसमान में उंचाई तक उठ रहे काले धुएं के गुबार को दख बदलापुर पड़ाव, कटघरा, रुहट्टा, पालिटेक्निक, नई गंज तक करीब दो से तीन किलोमीटर दूर से भी लोग भागते हुए घटना का पता लगाने के लिए मौके पर पहुंच गए। चारों तरफ अफरातफरी सी मच गई। सूचना पर पहुंचे फायर ब्रिगेड की मदद से ढाई घंटे बाद करीब एक बजे  आग पर काबू पाया गया।




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