मछलीशहर, जौनपुर। प्रदेश सरकार के निर्देश पर स्थानीय विकास खण्ड के सराययुसुफ गांव महर्षि स्वामी बाबा अयोध्यादास द्वारा निर्मित गोशाला को अस्थाई गोआश्रय स्थल बनाया गया है। जिसमें कुल सौ पशुओं के रखने की व्यवस्था है ।वर्तमान समय में कुल 70 निराश्रित गायें हैं। सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे की है।

ग्रामीण पारसनाथ, हरिशंकर, बृज श्याम, बाबा रमेश व ग्राम प्रधान के सहयोग से पुआल आदि की व्यवस्था करा रहें हैं। प्रशासन द्वारा कोई मदद नहीं मिल रही है। पशुओं के लिये पुआल के अतिरिक्त किसी प्रकार के चारे आदि की व्यवस्था नहीं है। पशु भूखे मर रहे हैं। पानी के लिये एक हैंडपम्प है।
नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी धीरज कुमार सिंह ने टुल्लू लगवा दिया है। धूप व बारिश से बचाव के लिये पन्नी लगाई गई है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि एस डी एस जेएन सचान, बीडीओ राजीव शर्मा ने टीन शेड बनवाने व गोशाला में काम कर रहे तीन लोगों को मानदेय देने का वादा किया था। अभी तक सब वादा ही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि बीडीओ को साफ चारे, पानी व सफाई की व्यवस्था जिलाधिकारी ने सौपी थी। डेढ़ माह में मात्र एक दिन सफाईकर्मी आया। बार बार सूचना देने पर भी सफाईकर्मी नहीं आये। जिसके कारण गन्दगी का अम्बार है। पशु बीमारी के शिकार हैं। बीडीओ रुचि नहीं ले रहे हैं। गोआश्रय स्थल की देखभाल के लिये गांव के ही हरिशंकर यादव, पारसनाथ यादव, बाबा गोपाल की तैनाती यह कहकर की गई कि पांच हजार मानदेय मिलेगा लेकिन आज तक कुछ नहीं मिला।
एसडीएम ने बताया कि शासन द्वारा 50 हजार रुपये पशुओं की देखरेख के लिये उपलब्ध करा दिया गया है। जो जल्द ही ग्रामीणों को मुहैया करा दिया जायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन का इसी प्रकार असहयोग रहा तो सभी पशुओं को मुक्त करना पड़ेगा।




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