जौनपुर। 01 फरवरी 2019 को सत्र का अन्तरिम बजट केन्द्र सरकार द्वारा पेश किया गया। जिसके विरोध में वरिष्ठ छात्र नेता गौरव सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा पेश किये गये बजट में युवा व शिक्षा एवं छात्रों के हितों को दरकिनार कर दिया गया है। जो युवा छात्रों एवं शिक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता का द्योतक है।
गौरव सिंह ने यह भी कहा है कि दो करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार देने वाली सरकार के कार्यकाल में रोजगार मिलना तो दूर प्रतिवर्ष लगभग दो करोड़ रोजगार घटे हैं जो कि बेरोजगार छात्रों को दर-दर भटकने को मजबूर कर रहे हैं। साथ ही साथ प्रतिवर्ष छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति घटी है और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का बजट भी घटाया गया है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार युवा एवं छात्रहित विरोधी है। जहां एक तरफ छात्र डिग्री प्राप्त करने के उपरान्त तमाम निजी कम्पनियों के चक्कर लगा रहा है। वहीं दूसरी तरफ केन्द्र सरकार युवाओं की समस्या को अनदेखा करते हुए देश के युवा छात्रों को राम-रहीम और राम मन्दिर जैसे मुद्दों में उलझाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है। इस अन्तरिम बजट का युवा एवं छात्र पुरजोर विरोध करता है। गौरव सिंह ने कहा कि जिस देश में लगभग एक तिहाई युवा रहता हो, उस देश के बजट में युवाओं के लिए कुछ भी न होना दुर्भाग्यपूर्ण है।





DOWNLOAD APP